डायरिया के लक्षण, कारण, बचाव और उपचार

Diarrhea एक गंभीर बीमारी है, जो दूषित पानी पीने और दूषित खाना खाने से होता है। इस बीमारी मे मरीज को मल पतला आने लगता है और पेट मे अत्यधिक दर्द होता है और पेसेन्ट को दस्त बार बार होते है। जिसके करना पेसेन्ट के शरीर से पानी की कमी हो जाती है, चक्कर आने लगती है, शरीर मे कमजोरी हो जाती है। और इस ब्लॉग मे डायरिया के लक्षण, कारण, बचाव और उपचार के बारे मे जानेगे, जो हम आगे अगल अलग  सेक्शन मे पड़ेंगे।

डायरिया की  परिभाषा(Definition of Diarrhea):- 

Diarrhea एक एसी स्थिति है, जिसमे आंतों मे वायरस, बैक्टीरिया औ पेरासाइट के कारण इन्फेक्शन हो जाता है, जिसे आंत्रशोध(gastroenteritis) भी कहते है। जिसमे आंतों मे सूजन आ जाती है। जिस कारण मल पतला आने लगता है और बार बार मल करने की आसंका रहती है। जिसे हम Diarrhea कहते है।

डायरिया के (Types of Diarrhea):-

Acute Diarrhea:- इस प्रकार के दस्त मे कुछ ही दिनों तक रहा है, जिसमे पेसेन्ट को मल पतला होने लगता है। इसका इलाज करने की आवश्यकता बहुत कम पड़ती है। यह अपने आप एक दो दिन मे ठीक हो जाता है।

Persistent Diarrhea:- इस प्रकार के दस्त मे पेसेन्ट को पानी जैसे मल आने लगता है और यह 2 से 4 सप्ताह तक रहता है। जिसे Persistent Diarrhea कहते है। इस स्थिति मे उपचार कारण अनिवार्य होता है।

Chronic Diarrhea:- इस प्रकार का Diarrhea लंबे समय तक रहता है, लगभग जो 4 सप्ताह  से अधिक हो सकता है, जिसे chronic Diarrhea कहते है। ये बहुत ही गंभीर स्थिति होती है। इस प्रकार Diarrhea मे पेसेन्ट की कोमा मे भी जा सकता है।

डायरिया के कारण (Diarrhea Causes):-

  • वायरल इंफेक्शन के कारण होता है।
  • बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता है।
  • पेरासाइट इन्फेक्शन के कारण होता है।
  • रोटावायरस, नोरोवायरस, इन्फेक्शन के कारण होता है।
  • शराब पीने के कारण हो सकता है।
  • अगर पाचन तंत्र मे कोई सर्जरी हुई है, तो हो सकता है।
  • किसी खाने से एलर्जी होने से होता है।
  • अगर आंतों से संबंधित बीमारी है, तो हो सकता है।
  • पेट मे किसी तरह का इन्फेक्शन फैलने से होता है।
  • पाचन क्रिया ठीक से न हो पाने से होता है।
  • दूषित खाना खाने से हो सकता है।
  • दूषित पानी पीने से हो सकता है।
  • अगर शरीर मे पानी की कमी हो गई है, तो हो सकता है
  • किसी दवा से एलर्जी होने पर हो सकता है।

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डायरिया रोग के लक्षण(Symptoms of Diarrhea):-

डायरिया रोग होने पर कुछ लक्षण सामान्य और कुछ लक्षण गंभीर हो सकते है। यह लक्षण कुछ इस प्रकार है-

  • इस डिसिज मे मल पतला हो जाता है
  • मल बार बार होता है।
  • मल के साथ खून आना।
  • पेसेन्ट को  बुखार आ जाती है।
  • पेट मे अत्यधिक दर्द होता।
  • उबके आना।
  • उलटी होना।
  • पेट मे मरोड़ उत्पन्न होना।
  • खनिज लवणों की कमी हो जाना।
  • शरीर मे पानी की कमी हो जाना।
  • शरीर मे कमजोरी और थकान रहना
  • मुह मे सूखापन लगना।
  • बार बार चक्कर आना।
  • वजन काम हो जाना।
  • पेशाब का कम आना।
  • चिड़चिड़ापान रहना।

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डायरिया के निदान (Diagnosis of diarrhea):-

Blood test:-

रक्त की जाच इसलिए की जाती है, की दस्त किस कारण हुआ ये पता लगने के लिए।

Stool test:-

मल का परीक्षण इस लिए किया जाता है, की diarrhea परजीवी के कारण हुआ है या जीवाणु के कारण हुआ है। ताकि उसका सही उपचार दिया जा सके।

Sigmoidoscopy or colonoscopy:-

Sigmoidoscopy ओर colonoscopy की जाती है यह पता लगने के लिए की आंतों मे सूजन तो नहीं है और आंतों मे छाले तो नहीं पड गए है।

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डायरिया के बचाव (Prevention of diarrhea):-

इस सेक्शन मे हम जानेगे की diarrhea से कैसे बचा जा सकता है। हम जानेंगे कुछ येसे टिप्स जिनको अपना कर diarrhea रोग होने से बचा जा सकता है। जो निम्न प्रकार के है-

  1. बार बार धोना चाहिए।
  2. बाहर से आने के बाद अपने हाथ अच्छे से धोने चाहिए।
  3. शौच के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोना चाहिए।
  4. बाहर का खान खाने से बचे।
  5. कच्चा या आधा पका खाना खाने से बचे।
  6. फल सब्जियों को अच्छे से धो के ही इस्तेमाल करे।
  7. भोजन को साफ स्थान पर रखना चाहिए।
  8. साफ स्वच्छ पानी पीना चाहिए।
  9. साफ सुथरा भोजन करे।
  10. हेंड सेनीटाइजर का प्रयोग करे।

डायरिया के घरेलू उपाय( Home remedies for diarrhea):-

डायरिया से छुटकारा पाने के लिए आप घर पर कुछ उपाय कर सकते है। और अगर इन उपायों से डायरिया ठीक ना हो तो आप अपने डाक्टर से जाकर उपचार कराए तो चलिए जानते है कुछ उपाय जो आप घर पर कर सकते है-

  1. दिन मे थोड़े थोड़े समय मे ORS का प्रयोग करे।
  2. येसे आहार का सेवन करे जिसमे विटामिन ए अधिक मात्र मे हो जैसे- गाजर, शक्करकंद आदि।
  3. आप दिन मे 1 से 2 बार नारियल पानी पिए।
  4. दिन भर मे 1 से 2 बार शहद का प्रयोग करे।
  5. आप दिन मे थोड़े थोड़े समय मे दही का सेवन कर सकते है।
  6. दिन मे 1 से 2 बार ग्रीन टी का प्रयोग कर सकते है।

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