एक्जिमा की पूरी जानकारी । Eczema Full Information in Hindi

आज हम जानेंगे एक्जिमा के बारे जो एक स्किन की बीमारी है। जिसमे पेसेन्ट को एलर्जी और खुजली होती है। हम जानेगे एक्जिमा कितने प्रकार का होता है। एक्जिमा के क्या कारण होते है? एक्जिमा होने पर क्या लक्षण दिखाई देते है? एक्जिमा के बचाव क्या है? इस ब्लॉग Eczema Full Information in Hindi मे हम इन सभी पॉइंट के बारे मे जानेगे जो नीचे अलग अलग सेक्शन मे लिखा गया है।

आप अक्सर खुजली से परेसान रहते होंगे। और कभी कभी अत्यधिक बड़ जाती है। जिसका करना एक्जिमा हो सकता है। जिसमे व्यक्ति को खुजली चलती है। और स्किन लाल, सुखी और पपड़ीदार हो जाती है।

एक्जिमा एक स्किन मे होन वाला रोग है। जिसमे पेसेन्ट को एलर्जी और खुजली होने लगती है। जिस कारण त्वचा लाल, सुखी, प्लेगयुक्त हो जाती है। जिसका समय पर इलाज न मिलने पर त्वचा सुखी और पपड़ी युक्त हो जाती है। और खुजालने पर उसमे से खून भी निकालने लगता है। और घाव बन जाते है। एक्जिमा एक एसी बीमारी है जिसका इलाज लंबे समय तक चलता है।

एक्जिमा के प्रकार (Types of Eczema):-

  • एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopicdermatitis)
  • डिशिड्रोटिक एक्जिमा (Dyshidroticeczema)
  • न्यूरोडर्मेटाइटिस (Neurodermatitis)
  • न्यूमुलर एक्जिमा (Nummulareczema)
  • कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस (Contactdermatitis)

एक्जिमा के कारण (Causes of Eczema or Itching)

अगर हम एक्जिमा के कारणों की बात करे, तो एक्जिमा किस कारण होता है। इसका अभी कोई सही कारण नहीं है। लेकिन कुछ निम्न कारणों से एक्जिमा रोग होता हैः-

  1. बैक्टीरियल संक्रमण:- बैक्टीरियल संक्रमण के कारण व्यक्ति को एक्जिमा हो सकता है। जिसमे स्टेफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) नाम का बैक्टीरिया शरीर मे एक्जिमा उत्पन्न करने का कारण बनता है। जो स्किन को धीरे धीरे खाने लगता है, जिससे स्किन पे खुजली चलने लगती है।
  2. अनुवांशिक कारण:- आनुवंशिकता के कारण भी व्यक्ति को एक्जिमा हो सकता है। जिसमे अगर माता पिता को अगर एसी समस्या होती रहती है, तो उनकी संतान को भी आनुवंशिकता के कारण हो सकती है। जिससे संतान भी इस बीमारी से प्रभावित हो सकती है।
  3. मौसम में परिवर्तन :- मौसम के परिवर्तन होने से भी व्यक्ति को एक्जिमा हो सकता है।
  4. रोग-प्रतिरोगधक क्षमता का कमजोर होना:- हमारे शरीर मे रोग-प्रतिरोग क्षमता का मजबूत होना अनिवार्य होता है। अगर रोग-प्रतिरोगधक क्षमता कमजोर होने से अनैक तरह के रोग हो सकते है। और एक्जिमा भी रोग-प्रतिरोगधक क्षमता के कमजोर होने से होता है।
  5. एलर्जी से ग्रस्त होना:- अगर किसी पेसेन्ट को किसी चीज से एलर्जी होती है। जिसमे व्यक्ति को अचानक शरीर मे खुजली चलने लगती है, इस कारण व्यक्ति को एक्जिमा हो सकता है।
  6. त्वचा में नमी की कमी से:- त्वचा में नमी की कमी के कारण भी एक्जिमा हो सकता है। क्योंकि त्वचा में नमी न होने से त्वचा रूखी सुखी हो जाती है। जिस कारण त्वचा पर खुजली चलना, त्वचा पर जलन होना आदि हो सकता है।
  7. अधिक मात्रा में तनाव लेना:- अत्यधिक तनाव मे रहने वाले व्यक्तियों को एक्जिमा होने की संभावना अधिक होती है। अतः हमे तनाव मे नहीं रहना चाहिए। क्योंकि तनाव मे रहने से अनैक रोग होने की संभावना होती है।
  8. पौष्टिक भोजन न करना:- एक्जिमा उन व्यक्तियों मे ज्यादा देखा गया है, जो पौष्टिक भोजन नहीं लेते है। अतः स्वस्थ रहने के लिए हमे हमेशा पौष्टिक भोजन करना करना चाहिए।
  9. जानवरों की रूसी:- जानवरों की रूसी के कारण भी एक्जिमा हो सकता है। चाहे जानवर आपके घर मे पालतू ही क्यों न हो।
  10. अस्थमा का होना:- जिन व्यक्तियों को अस्थमा होता है, उन व्यक्तियों मे ज्यादातर एक्जिमा देखा गया है। अगर कोई पेसेन्ट अस्थमा से पीड़ित है, वो अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे और अपने डाक्टर से सलाह लेते रहे है।
  11. साबुन या डिटर्जन्ट:- साबुन या डिटर्जन्ट के कारण भी एक्जिमा हो सकता है। साबुन या डिटर्जन्ट के करना त्वचा सूष्क हो जाती है।
  12. आभूषण पहनना:- निकेल या कॉपर जैसी धातुओं के आभूषण पहनने से भी एक्जिम हो सकता है।
  13. महिलाओं में हार्मोन:- महिलाओं में हार्मोन परिवर्तन के कारण भी एक्जिमा हो सकता है।
  14. मासिक धर्म:- महिलाओ मे मासिक धर्म के कारण एक्जिमा होने की संभावना होती है।

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एक्जिमा के लक्षण (Symptoms of Eczema or Itching):-

अगर हम एक्जिमा के लक्षणों की बात करे तो अगल अगल व्यक्तियों मे भिन्न भिन्न हो सकते है। जिनमे ये एक्जिमा के लक्षण हो सकते हैंः-

  • त्वचा पर बहुत खुजली होना।
  • खुजली के कारण त्वचा से खून निकालना।
  • त्वचा पर बहुत ज्यादा जलन होना।
  • त्वचा पर खुजली के करना लाल चकत्ते बन जाते है।
  • त्वचा पर पपड़ी जमने लगती है।
  • त्वचा पर छोटी-छोटी फुंसिया उभर जाना।
  • पेसेन्ट को चिचिड़पन रहना।
  • पेसेन्ट का डिप्रेसन मे रहना।
  • तेज खुजली के करना त्वचा पर दरारे बन जाती है।
  • पेसेन्ट को खुजली के करना नींद न आने की परेसानी हो सकती है।
  • पलकों पर खुजली चलना और लाल हो जाना।
  • एक्जिमा के साथ साथ दाद, फंगल इन्फेक्शन हो सकता है।
  • त्वचा सुखी सुखी दिखने लगती है।
  • घावों मे पस पड़ने लगती है।
  • शरीर के कई हिस्सों मे सूजन आ जाना।

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एक्जिमा का निदान । Eczema Diagnosis in Hindi:-

Physical examination (शारीरिक जांच):-

मरीज के शरीर मे सोरायसिस हुआ है, उसकी जांच करेंगे जिसमे निम्न बिन्दुओ पर बात करेंगे-

  • स्किन का रंग कैसा है, चेक करंगे।
  • स्किन सुखी है या नम है, ये चेक करेंगे।
  • स्किन की से पपड़ी तो नहीं निकल रही है।

Blood test (रक्त जांच):- मरीज का ब्लड टेस्ट कराएंगे।

Serum test (सीरम की जांच):– मरीज का सीरम टेस्ट कराएंगे।

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एक्जिमा के रोकथाम के उपाय । Prevention of Eczema:-

  1. धूप में ज्यादा देर तक बाहर नहीं रहना चाहिए। इससे एक्जिमा होने की संभावना होती है। अतः अधिक देर तक धूप मे न बाहर घूमे।
  2. तनावपूर्ण जीवन नहीं व्यतीत करना चाहिए। जो व्यक्ति तनाव मे रहता है, उसे एक्जिम होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए अपने जीवन मे तनाव मे न रहे।
  3. एक्जिमा उन लोगों को ज्यादातर होता है, जो लोग समय पर भोजन नहीं करते है। अधिक देर तक भूखे रहते है। इसलिए भोजन नियमित रूप से समय पर करे। और पौष्टिक भोजन करे।
  4. आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए। तंग कपड़ों से स्किन पे रेसेस हो सकते है। त्वचा लाल हो सकती है। जिससे एक्जिमा होने की संभावना होती है। इसलिए आरामदायक कपड़े पहने।
  5. त्वचा को ज्यादा खरोचे नहीं।
  6. अत्यधिक गरम पानी से नहीं नहाए। यैसा करने से एक्जिमा होने की संभावना हो सकती है।
  7. तापमान में होने वाले अचानक बदलावों से बचना चाहिए।
  8. आवश्यकता अनुसार बराबर मात्रा मे रोजाना पानी पिए।
  9. तेज़ गंध वाले पदार्थों से परहेज करना चाहिए।

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