Ampicillin Antibiotic in Hindi | एम्पिसिलिन की जानकारी

आज हम जानेगे Ampicillin antibiotic की बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग बैक्टीरियल इन्फेक्शन मे किया जाता है। और हम जानेगे इस एंटीबायोटिक के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस एंटीबायोटिक के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन कौन सी सावधानीयाँ रखनी चाहिए, ये सभी हम इस आर्टिकल Ampicillin Antibiotic in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।

जब हमारी बॉडी मे किसी तरह से कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाता है, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए Ampicillin antibiotic का उपयोग किया जाता है और ये दवा सेमीसिंथेटिक एंटीबायोटिक दवा है, जो बैक्टीरिया को मारने का काम करती है और बॉडी मे इन्फेक्शन को ठीक करती है। जिसमे यूरिन से संबंधित इन्फेक्शन हो या लंग्स से संबंधित इन्फेक्शन हो और भी कई सारे इन्फेक्शन को ठीक करने का काम करती है, जो हम आगे पड़ेंगे।

Ampicillin antibiotic WHO के द्वारा प्रमाणित दवा हो और कहा गया है, की ये दवा बहुत सैफ दवा है और बहुत ही असरकार दवा है और बहुत ही एससेंसियल दवा है।

Mechanism of Action। Ampicillin Antibiotic का बैक्टीरिया के प्रति एक्शन:-

Ampicillin एक सेमिसिंथेटिक एंटीबायोटिक है और Ampicillin penicillin ग्रुप की दवा है ये दवा बैक्टीरिओसिडाल प्रवत्ति रखती है और ये दवा बैक्टीरिया की प्रोटीन सिन्थेसीस प्रक्रिया को रोक देती है। बैक्टीरिया मे प्रोटीन सिन्थेसीस प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे बैक्टीरियल की ग्रोथ रुक जाती है और बैक्टीरिया की ग्रोथ रुक जाने से की मत्यु हो जाती है और धीरे धीरे इन्फेक्शन ठीक हो जाता है। इस तरह ampicillin दवा अपना काम करती है। और ये दवा ग्राम नेगीटीव बेसिलाई जैसे pseudonas, klebsiella और bacteriodes fragilis आदि को मरने मे सक्षम है।

Ampicillin antibiotic दवा को लेने के बाद लगभग 1 से 2 घंटे के बाद अपना असर दिखाना शुरू कर देती है और इस दवा का असर लगभग 3 से 6 घंटे का रहता है।

Ampicillin Antibiotic के लाभ ।  Ampicillin Antibiotic Benefits in Hindi :-

Ampicillin antibiotic को उपयोग करने के तरीके । Ampicillin antibiotic Uses in Hindi :-

Ampicillin इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाए, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है। और बैक्टीरियल इन्फेक्शन ग्राम नेगीटीव बेसिलाई जैसे- pseudonas, klebsiella और bacteriodes fragilis आदि से होता है, तो इनके कारण जो इन्फेक्शन हुआ है, उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  2. रेसपिरेट्री ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Respiratory Tract Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को रेसपिरेट्री ट्रैक्ट मे किसी प्रकार का इन्फेक्शन हो गया है, जैसे निमोनिया हो गया है या फिर ब्रोंकाइटिस हो गया है या फिर स्वास नाली मे इन्फेक्शन हो गया है, तो येसी स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  3. यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को यूरिन से संबंधित कोई इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए भी इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
  4. पेट का इन्फेक्शन (Stomach Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को पेट मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  5. कान इन्फेक्शन (Ear infection) अगर किसी पेसेन्ट को कान मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, जिसमे कान मे दर्द हो रहा हो, कान से पस पड गई हो, कान बहने लगा हो और कान से सुनाई देना कम हो जाता है, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिये भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  6. आंतों का इन्फेक्शन (Intestine Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को आंतों कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  7. गोनोरिया (Gonorrhoea):- अगर किसी पेसेन्ट को गोनोरिया नाम की बीमारी हो गई है, जो एक सेक्सउली ट्रासमिटेड डिसिज है और ये बीमारी महिला तथा पुरुस दोनों मे होती है, तो इस बीमारी को ठीक करने के लिए भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  8. मेनिन्जाइटिस (Meningitis):- अगर किसी पेसेन्ट को मेनिन्जाइटिस नाम की बीमारी हो गई है, जिसमे ब्रेन तथा स्पाइनल कॉर्ड की मेम्ब्रेन मे इन्फेक्शन लग जाता है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  9. हड्डियों का इन्फेक्शन (Bone Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को हड्डियों मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है। जिसमे पेसेन्ट को हड्डियों मे पस पड़ गई है। जिस कारण हड्डियों मे दर्द होता है, सूजन आ जाती है, तो उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
  10. त्वचा और कोमल ऊतक संक्रमण (Skin And Soft Tissue Infections) :- अगर किसी पेसेन्ट को स्किन मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है या स्किन पे बड़े-बड़े घाव बन गए है और उन घावों मे मवाद पड गई है, तो एसी स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  11. हर्दयशोध (Cardites):- अगर किसी पेसेन्ट को हार्ट मे सूजन आ गई है, तो उसे तही ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
  12. सेप्टिसएमिया (Septicemia):- अगर किसी पेसेन्ट को ब्लड मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है। जिसे हम रक्त विषाक्तता कहते है, तो यैसी स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।

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Ampicillin Antibiotic की खुराक । Ampicillin Antibiotic Dosage in Hindi :-

Ampicillin Antibiotic के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Ampicillin Antibiotic in Hindi

अगर हम Ampicillin की डोज की बात करे, तो डिसिज कॉन्डीसन के अनुसार दवा की डोज अलग-अलग हो सकती है, ये दवा पेसेन्ट की बॉडी के वैट के अनुसार पेसेन्ट को दी जाती है। इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 50-100mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 50-100mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग-अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।

Ampicillin Antibiotic की सामग्री । Ampicillin Antibiotic Active Ingredients in Hindi

Ampicillin

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Ampicillin Antibiotic के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Ampicillin Antibiotic Side Effects in Hindi

अगर हम Ampicillin antibiotic के नुकसान और दुष्प्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है और ये साइड इफेक्टस हर किसी को नहीं होती है, जिस व्यक्ति को पर्टिक्युलर मोलिक्यूर से सिन्सिटिविटी होती है, उसे ही साइड इफेक्टस होती है और Ampicillin के भी कुछ साइड इफेक्टस देखे गए है, जो रिसर्च के आधार पे निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. किसी किसी पेसेन्ट को मतली या उलटी हो सकती है।
  2. किसी किसी पेसेन्ट को थकान हो सकती है।
  3. किसी किसी पेसेन्ट को खूजली औ जलन हो सकती है।
  4. किसी किसी पेसेन्ट को त्वचा पर लाल चकत्ते हो सकते है।
  5. किसी किसी पेसेन्ट को पेट मे मरोड़ हो सकती है।
  6. किसी किसी पेसेन्ट को दस्त लग सकतीं है। [ और पड़े दस्त के बारे ]
  7. किसी किसी पेसेन्ट को मुह मे छाले हो सकते है।
  8. किसी किसी पेसेन्ट को बुखार आ सकती है।
  9. किसी किसी पेसेन्ट के जीभ क रंग काला हो सकता है।
  10. किसी किसी पेसेन्ट को आंतों मे सूजन आ सकती है।
  11. किसी किसी पेसेन्ट को जीभ पे सूजन आ सकता है।
  12. किसी किसी पेसेन्ट को मुह पे सूजन आ सकती है।
  13. किसी किसी पेसेन्ट को अनिमिया हो सकता है।
  14. किसी किसी पेसेन्ट को स्वास लेने मे तकलीफ हो सकती है।
  15. किसी किसी पेसेन्ट को पेशाब का रंग चेंज हो सकता है।
  16. किसी किसी पेसेन्ट को गले मे छाले हो सकते है।
  17. किसी किसी पेसेन्ट को एलर्जी हो सकती है।

अगर ये दवा लेने के बाद आपको इनमे से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करे जिससे आपको सही ट्रीटमेंट दिया जा सके।

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Ampicillin Antibiotic लेंने की सावधानीयाँ । Ampicillin Antibiotic Contraindications in Hindi :-

Ampicillin Antibiotic को लेने से पहले कुछ सावधानियों रखनी पड़ती है, जो निम्न लिखित है-

  1. इस दवाई को लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलह जरूर ले।
  2. अगर किसी पेसेन्ट को अगर इस दवा से पहले कभी एलर्जी हुई है, तो ये दवा नहीं ले और इस दवा के बारे मे अपने डॉक्टर को जरूर बताए।
  3. अगर किसी पेसेन्ट को किडनी से संबंधित कोई बीमारी है, तो इस दवा का प्रयोग ना करे।
  4. अगर किसी पेसेन्ट को लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, तो इस दवा का प्रयोग नहीं करे

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Ampicillin Antibiotic की अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां:-

Ampicillin Antibiotic की खुराक छूट गई है, तो क्या करे?

अगर कोई खुराक भूल जाने के करने छूट जाती है और फिर बाद मे याद आती है, तो उस खुराक को तुरंत ले लेना चाहिए और ध्यान रहे की अगली खुराक का समय तो नहीं हो गया है। अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो वो छुटी हुई खुराक को छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर की सलाह से खुराक का शिड्यूल फिर से शुरू करे। अपनी खुराक को समय पर लेने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है-

  • डॉक्टर द्वारा दी गई खुराक के शिड्यूल को अच्छे से याद कर ले।
  • खुराक के समय का अलार्म लगा सकते है।
  • अपने परिवार की सदस्य याद दिलाने को कह सकते है।
  • खुराक का टाइम टेबल बना कर एक एसी जगह चिपका दे, जहा पर वो ज्यादातर नजर मे आता रहे।

Note:- छूटी हुई खुराक की भरपाई करने के लिए ज्यादा दवाई का सेवन ना करे और अगर खुराक छूट गई है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।

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Ampicillin Antibiotic का संग्रहण कैसे करे?

  • Ampicillin Antibiotic को अधिक गर्मी, अधिक तापमान और सीधी रोशनी से दूर रखे।
  • मेडिसन को फ्रीज़ मे ना रखे अगर Ampicillin के पैकेट के अंदर कोई निर्देश दिया गया है, जैसे दवा को इतने तापमान पर रखे, दवा को फ्रीज़ मे रखे येसे निर्देश हो, तो उनका पालन करे।
  • दवा को पालतू जानवरों और बच्चों की पहुच से दूर रखना चाहिए।
  • दवा को नाली या शौचालय मे ना बहाए।
  • दवा को येसे ही किसी जगह पर ना फेंके।

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Ampicillin Antibiotic से सम्बंधित चेतावनी । Ampicillin Antibiotic Related Warnings in Hindi

प्रश्न:- क्या Ampicillin का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?

उत्तर:- Ampicillin दवा गर्भवती महिलाओ के लिए सुरक्षित है या नहीं इस बारे मे कोई प्रमाण मोजूद नहीं है, लेकिन इस दवा के प्रयोग से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

प्रश्न:- क्या Ampicillin का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?

उत्तर:- Ampicillin का दुष्प्रभाव स्तनपाान कराने वाली मुहिलाओं पर बहुत ही कम होता है। लेकिन इस दवा के प्रयोग से बच्चे को दस्त उलटी और स्किन लाल हो सकती है। इसलिए आप इस दवा का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही करे।

प्रश्न:- Ampicillin का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?

उत्तर:- Ampicillin का किडनी पर बहुत ही हानिकारक हो सकता है और अगर किडनी से संबंधित कोई बीमारी है, तो आप इस दवा का प्रयोग ना करे और इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरुर से ले।

प्रश्न:- Ampicillin का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?

उत्तर:- Ampicillin दवा लिवर हानिकारक प्रभाव पड सकते है, इसलिए आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही दवा का प्रयोग करे।

प्रश्न:- क्या ह्रदय पर Ampicillin का प्रभाव पड़ता है?

उत्तर:- Ampicillin का हार्ट पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है, लेकिन आप इस दवा का प्रयोग करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

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Ampicillin Antibiotic के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न । Frequently asked Questions about Ampicillin Antibiotic in Hindi

प्रश्न:- Ampicillin केसे काम करती है?

उत्तर:- Ampicillin बैक्टीरिया की प्रोटीन सिन्थेसीस प्रक्रिया को रोक देती है, बैक्टीरिया मे प्रोटीन सिन्थेसीस प्रक्रिया रुक जाती है। जिससे बैक्टीरिया की ग्रोथ रुक जाती है और बैक्टीरिया की मत्यु हो जाती है और धीरे धीरे इन्फेक्शन ठीक हो जाता है। इस तरह Ampicillin दवा अपना काम करती है।

प्रश्न:- Ampicillin का असर कब शुरू होता है, और कब तक रहता है

उत्तर:- Ampicillin एंटीबायोटिक दवा को लेने के बाद लगभग 1 से 2 घंटे के बाद अपना असर दिखाना शुरू कर देती है और इस दवा का असर लगभग 3 से 6 घंटे का रहता है।

प्रश्न:- क्या Ampicillin आदत या लत बन सकती है?

उत्तर:- Ampicillin से कोई लत नहीं लगती है। लेकिन इस दवा को अपने डॉक्टर की सलाह से ही ले।

प्रश्न:- क्या Ampicillin को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?

उत्तर:- Ampicillin को लेने के बाद वाहन या मशीन चल सकते है। अगर आपको कोई इस दवा से साइड इफेक्टस दीखाई दे, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।

प्रश्न:- क्या Ampicillin को लेना सुरखित है?

उत्तर:- जी हा, आप इस दवा को ले सकते है, ये दवा सुरक्षित है, लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह से ही दवा ले।

प्रश्न:- क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Ampicillin इस्तेमाल की जा सकती है?

उत्तर:- Ampicillin का प्रयोग मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज के लिए नहीं कर सकते है, क्योंकि ये दवा मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं मे कोई काम नहीं करती है और इस दवा से को लेने से साइड इफेक्ट भी हो सकते है। जिससे पेसेन्ट की तबीयत भी खराब हो सकती है।

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