आज हम जानेंगे एमआइएस-सी (MIS-C) के बारे जो प्रकार की Inflammatory Disease है, जिसका पूरा नाम Multisystem inflammatory syndrome है। जिसमें शरीर के विभिन्न हिस्सों में सूजन आ जाती है।। हम जानेगे एमआइएस-सी (MIS-C) के क्या कारण होते है? एमआइएस-सी (MIS-C) होने पर क्या लक्षण दिखाई देते है? एमआइएस-सी (MIS-C) के बचाव क्या है? इस इंफलमेंट्री डिसिज के उपचार क्या होता है? ये सारे प्रश्नों के बारे मे इस ब्लॉग मे जानेगे जो, नीचे अलग-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।
इस कोरोना के बीच बच्चों पर MIS-C का खतरा मंडरा रहा है। MIS-C multisystem inflammatory syndrome है, जिसमे शरीर के विभिन्न अंगों मे सूजन आ जाती है। यह बीमार अभी बच्चों को हो रही है। जिसमे फेफडे, मस्तिष्क, आंखे, त्वचा, आंतें, किडनी आदि भी प्रभावित होते है। और ये बीमारी उन बच्चों मे अधिक देखने को मिल रही है। जो पहले कोरोना से संक्रमित हुए है। या फिर जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मे कमी है।
एमआइएस-सी MIS-C क्या है?
MIS-C मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम जो, एक यैसी स्थिति है। जिसमे पेसेन्ट को शरीर मे विभिन्न अंगों मे सूजन आ जाती है। ये सूजन दिल को अधिक प्रभावित करती है। और इसके अलावा शरीर के अन्य अंग जिसमे फेफडे, मस्तिष्क, आंखे, त्वचा, आंतें, किडनी आदि भी प्रभावित होते है। इनके अलावा पेसेन्ट को बुखार, पेट दर्द, उल्टी, दस्त आँखे लाल हो जाना, पैरों की त्वचा में सूजन आना आदि लक्षण दिखाई देते है।
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किन बच्चों को होता है खतरा?
- पहले कोरोना संक्रमित हो चुके बच्चों को MIS-C हो सकता है। इसलिए जिन बच्चों को पहले कोरोना हुआ था और अभी पूरी तरह स्वस्थ है, उनका विशेष ध्यान रखे।
- जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मे कमी है, उन बच्चों को हो सकता है।
MIS-C मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम के कारण । Causes of Multisystem inflammatory syndrome In Hindi:-
मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम के कारणों की बात करे, तो इस बारे मे पूरी तरह पता नहीं है, की मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोम किस कारण होता है। इस पर जांच चल रही है। कुछ शोधकर्ताओं का कहना है, की कोरोना वाइरस के कारण शरीर की रोग प्रतिरोशक क्षमता मे कमी हो जाने के कारण मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम होता है।
MIS-C मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम के लक्षण । Symptoms of Multisystem inflammatory syndrome In Hindi:-
अगर हम मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम के लक्षणों की बात करे तो जिनमे निम्न लिखित लक्षण दिखाई देते है-
- पेसेन्ट को तेज बुखार आना
- पेसेन्ट की दिल की धड़कन तेज हो जाती है।
- पेसेन्ट को पेट मे दर्द होना।
- पेसेन्ट को उलटी हो।
- पेसेन्ट को दस्त लग जाना। [ और पड़े दस्त के बारे मे ]
- पेसेन्ट को थकान महसूस होना।
- पेसेन्ट की आँखे और जबान मे लाल हो जाती है।
- पेसेन्ट को हाँथ पेरो और स्किन पे सूजन आ जाती है। [और पड़े स्किन डिसिज सोरायसिस के बारे मे ]
- पेसेन्ट को स्किन मे चकते बन जाते है।
- पेसेन्ट को सांस लेने मे तकलीफ होना।
- पेसेन्ट को गर्दन मे दर्द होना।
- पेसेन्ट के हॉटओ और नाखूनों का रंग पीला पड़ जाता है।
MIS-C मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम से बचने के लिए उपाय । Prevention of Multisystem inflammatory syndrome in Hindi:-
अगर हम MIS-C मल्टीसिस्टम इंफेलेमेटरी सिड्रोंम से बचने के उपायो की बात करे तो कुछ उपाय निम्न लिखित है।
- बच्चों को कोरोना होने से बचाएं।
- घर से बाहर निकलने पर उन्हें मास्क लगा के बाहर जाए।
- शरीरिक दूरी बनाए रखे को कहे।
- बच्चों को नियमित रूप से हाथ धोने को कहे।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- बच्चों को पार्टियों, समारोहों या शादियों से दूर ही रखें।
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