Metronidazole antibiotic in Hindi | मेट्रोनिडाजोल की जानकारी

आज हम जानेगे Metronidazole  की बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, Metronidazole  एक एंटीबायोटिक और एंटीप्रोटोज़ोआ दवा है। जिसका प्रयोग माइक्रोब तथा बैक्टीरियल इन्फेक्शन मे किया जाता है और हम जानेगे इस Metronidazole  के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस Metronidazole  के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन कौन सी सावधानीयाँ रखनी चाहिए, ये सभी हम इस ब्लॉग Metronidazole antibiotic in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।

जब हमारी बॉडी मे कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन लग जाए तो, उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए Metronidazole दवा का प्रयोग करते है। Metronidazole एक एंटीबायोटिक दवा हैं और एंटीबायोटिक अनैक प्रकार की होती है और हर एंटीबायोटिक कोई न कोई ग्रुप से जुड़ी होती है और ये एंटीबायोटिक भी aminoglycoside ग्रुप की दवा है, जो बैक्टीरिया को मारने का काम करती है। और ये दवा WHO के द्वारा प्रमाणित दवा है। ये दवा बहुत ही एसेंसियाल दवा है। और इस दवा का 1960 से मिडिसिनल उपयोग होता आ रहा है।

Mechanism of action । Metronidazole का एक्शन:-

Metronidazole एक एन्टीमाइक्रोबियल मेडिसीन है, जो माइक्रोब तथा बैक्टीरिया की ग्रोथ को खत्म करके उसको मारती है। Metronidazole naitromidazole  वर्ग की दवा है। Metronidazole न्यूक्लिक ऐसिड सिन्थेसीस को रोकती है। जो माइक्रोबियल कोशिकाओ के DNA को बाधित करता है। जिस कारण से माइक्रोब की मृत्यु हो जाती है।

Metronidazole के लाभ | Metronidazole Benefits in Hindi :-

Metronidazole को उपयोग करने के तरीके | Metronidazole Uses in Hindi:-

Metronidazole इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial infection):- अगर किसी पेसेन्ट को किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग करते है।
  2. बैक्टीरियल वजाईनोसिस(Bacterial Vaginosis):- यदि किसी महिला को वजाइना से व्हाइट और ग्रे कलर का डिस्चार्ज निकलता है और बेड स्मेल रहती है, पेसाब मे जलन होती है, पेसाब मे दर्द हो रहता है, तो इस परिस्थितिओ को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
  3. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease):- यदि किसी महिला के जननांग मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  4. Trichomoniasis:- ये भी महिलाओ की बीमारी है जिसमे महिलाओ के जनांगों मे खुजली होना और रेड़नेस रहना और व्हाइट डिस्चार्ज रहना इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  5. लुकोरिया (Leucorrhea):- अगर किसी महिला को लुकोरिया की समस्या है, जिसमे महिला को वजाइना से व्हाइट डिस्चार्ज आता है। इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  6. आंतों का इन्फेक्शन (Intestine Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को आंतों मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  7. स्टोमक इन्फेक्शन (Stomach Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को स्टोमक मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, जिस कारण मल के साथ खून आ रहा हो, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  8. बाहरी आंतों का इन्फेक्शन (Extra Intestine Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को आंतों के बाहर किसी प्रकार का इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  9. लंग्स इन्फेक्शन (Lungs infection):- अगर कोई पेसेन्ट को लंग्स मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है। जैसे निमोनिया हो गया हो या ब्रॉनकाइटीस हो गया हो, तो इस स्थिति मे पसेन्ट को खासी चलती है, चेस्ट मे पेन होता है, तो इस कन्डिशन को ठीक करने के लिए इस दवा प्रयोग किया जाता है।
  10. दस्त (Dirrehea):- अगर कसी पेसेन्ट को बहुत ज्यादा दस्त लग गई है, तो उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  11. ओरल इन्फेक्शन (Oral Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को ओरल इन्फेक्शन हो गया हो, जिसमे मुह मे गालों मे छाले हो गए हो, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  12. मसूड़ों का इन्फेक्शन :- अगर कसी पेसेन्ट को मसूड़ों मे इन्फेक्शन हो गया हो जिसमे मसूड़ों मे सूजन आ गई हो मसूड़ों मे पुस पद गया हो मसूड़ों से खून आ रहा हो मसूड़ों मे दर्द हो रहा हो तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है
  13. पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer):- अगर कसी पेसेन्ट को स्टोमक मे छाले हो गए हो, तो उन छालों को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  14. लिवर इन्फेक्शन (Liver infection):- अगर किसी पेसेन्ट को लीवर मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  15. प्रीटर्म बर्थ(Preterm birth):- ये दवा प्रीटर्म बर्थ को भी रोकती है। यदि किसी प्रेगनेट महिला को बैक्टीरियल वजाइनोसिस हो गया है। जिस कारण महिला को डेलीवरी पहले होने जा रही हो, तो उस बर्थ को रोकने के लिए इस दवा को डॉक्टर द्वारा दी जाता है। इस दवा से बैक्टीरियल वजाइनोसिस ठीक हो जाता है।
  16. स्किन इन्फेक्शन (skin infection):- अगर किसी पेसेन्ट को स्किन मे इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  17. ब्रेन इन्फेक्शन (Brain Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को ब्रेन मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया है।
  18. पेट मे कीड़े (Stomach Bug):- अगर किसी पेसेन्ट को पेट मे कीड़े पड गए हो, तो उन कीड़ों को मरने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।

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Metronidazole की खुराक । Metronidazole Dosage in Hindi:-

Metronidazole के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Metronidazole in Hindi:-

अगर हम Metronidazole की डोज की बात करे, डिसिज कॉन्डीसन के अनुसार दवा की डोज अलग-अलग हो सकती है, ये दवा पेसेन्ट की बॉडी के वैट के अनुसार पेसेन्ट को दी जाती है। इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 30-50mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 30-50mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।

Metronidazole की सामग्री । Metronidazole Active Ingredients in Hindi

Metronidazole

Metronidazole के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Metronidazole Side Effects in Hindi

अगर हम Metronidazole के नुकसान और दुष्प्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है, की ये साइड इफेक्टस हर किसी को नहीं होती है, जिस व्यक्ति को पर्टिक्युलर मोलिक्यूर से सिन्सिटिविटी होती है, उसे ही साइड इफेक्टस होती है और Metronidazole के भी कुछ साइड इफेक्टस देखे गए है, जो रिसर्च के आधार पे Metronidazole के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. किसी किसी पेसेन्ट को मतली या उलटी हो सकती है।
  2. किसी किसी पेसेन्ट को सिर दर्द हो सकता है।
  3. किसी किसी पेसेन्ट को मुह का मेटालिक टेस्ट हो सकता है।
  4. किसी किसी पेसेन्ट को मुह मे सूखापन लग सकता है।
  5. किसी किसी पेसेन्ट को जीभ पर सूजन हो सकती है।
  6. किसी किसी पेसेन्ट को चक्कर आ सकती है।
  7. किसी किसी पेसेन्ट को त्वचा का रंग लाल हो सकता है।
  8. किसी किसी पेसेन्ट को डिप्रेसन हो सकता है।
  9. किसी किसी पेसेन्ट को बुखार आ सकती है।
  10. किसी किसी पेसेन्ट को पेट मे कब्ज हो सकती है।
  11. किसी किसी पेसेन्ट को योनि मे सूजन आ सकती और योनि मे जलन हो सकती है।
  12. किसी किसी पेसेन्ट को त्वचा मे जलन हो सकती है।
  13. किसी किसी पेसेन्ट को भूख मे कमी हो सकते है।
  14. किसी किसी पेसेन्ट को धुंदला दिखाई देना जैसे साइड इफेक्ट हो सकते है।
  15. किसी किसी पेसेन्ट को एरिथमा (चमड़ी पर लाल-लाल दाने) हो सकता है।
  16. किसी किसी पेसेन्ट को दस्त भी लग सकती है।

ये कुछ साइड इफेक्ट है, जो इस दवा को लेने के बाद हो सकते है। अगर आपको इनमे से कोई भी साइड इफेक्टस देखने को मिले और इनके अलावा और भी कोई साइड इफेक्टस आपको देखने को मिले तो आप अपने डॉक्टर से जरूर मिले जिससे आपको प्रॉपर ट्रीटमेंट दिया जा सके।

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Metronidazole लेंने की सावधानीया | Metronidazole Contraindications in Hindi:-

अगर आप Metronidazole दवा ले रहे है, तो कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है। जो निम्न है-

  1. कोई भी दवा अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना है।
  2. अगर कोई पेसेन्ट है, जिसको मानसिक बीमारी है, तो उसे नहीं दी जाती है।
  3. अगर कोई पेसेन्ट है, जिसे लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  4. अगर कोई पेसेन्ट है जिसे किडनी से मसंबंधित कोई बीमारी है उसे ये दवा नहीं दी जाती है
  5. अगर कोई पेसेन्ट है, जिसे केलशियम की कमी है, उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  6. अगर कोई पेसेन्ट है, जिसे पोटेसियम की कमी है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  7. अगर कोई पेसेन्ट है, जो बहुत ही ज्यादा शराब का नसा करता है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाएगी।
  8. अगर कोई पेसेन्ट है, उसको हार्ट से संबंधित कोई बीमारी है, उसे ये दवा नहीं दी जा सकती है।
  9. अगर कोई पेसेन्ट है, जिसे शुगर है, उसे ये दवा नहीं दी जा सकती है।
  10. अगर कोई पेसेन्ट है, न्यूरोलॉगिकल डिसॉर्डर है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाएगी।

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Metronidazole की अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां:-

Metronidazole की खुराक छूट गई है, तो क्या करे?

अगर कोई खुराक भूल जाने के करने छूट जाती है और फिर बाद मे याद आती है, तो उस खुराक को तुरंत ले लेना चाहिए और ध्यान रहे की अगली खुराक का समय तो नहीं हो गया है। अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो वो छुटी हुई खुराक को छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर की सलाह से खुराक का शिड्यूल फिर से शुरू करे। अपनी खुराक को समय पर लेने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है-

  • डॉक्टर द्वारा दी गई खुराक के शिड्यूल को अच्छे से याद कर ले।
  • खुराक के समय का अलार्म लगा सकते है।
  • अपने परिवार की सदस्य याद दिलाने को कह सकते है।
  • खुराक का टाइम टेबल बना कर एक एसी जगह चिपका दे, जहा पर वो ज्यादातर नजर मे आता रहे।

Note:- छूटी हुई खुराक की भरपाई करने के लिए ज्यादा दवाई का सेवन ना करे और अगर खुराक छूट गई है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।

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Metronidazole का संग्रहण कैसे करे?

  • Metronidazole को अधिक गर्मी, अधिक तापमान और सीधी रोशनी से दूर रखे।
  • मेडिसन को फ्रीज़ मे ना रखे अगर Metronidazole के पैकेट के अंदर कोई निर्देश दिया गया है, जैसे दवा को इतने तापमान पर रखे, दवा को फ्रीज़ मे रखे येसे निर्देश हो तो उनका पालन करे।
  • दवा को पालतू जानवरों और बच्चों की पहुच से दूर रखना चाहिए।
  • दवा को नाली या शौचालय मे ना बहाए।
  • दवा को येसे ही किसी जगह पर ना फेंके।

Metronidazole से सम्बंधित चेतावनी । Metronidazole Related Warnings in Hindi

प्रश्न:- क्या Metronidazole का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?

उत्तर:- Metronidazole प्रेग्नेसी मे लेना हानिकारक हो सकता है, इस दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर से ले।

प्रश्न:- क्या Metronidazole का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?

उत्तर:- स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Metronidazole के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। और बच्चे को भी इस दवा के हानिकारक प्रभाव हो सकते है, जैसे बच्चे को दस्त लग सकती है, तो इस दवा का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलह के अनुसार ही करे।

प्रश्न:- Metronidazole का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?

उत्तर:- Metronidazole का दुष्प्रभाव बहुत ही कम पड़ता है, लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह से ही इस दवा का प्रयोग करे और इस दवा को उपयोग लंबे समय तक नहीं करे ये बहुत नुकसानदायक हो सकता है।

प्रश्न:- Metronidazole का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?

उत्तर:- Metronidazole का लीवर पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही ले।

प्रश्न:- क्या ह्रदय पर Metronidazole का प्रभाव पड़ता है?

उत्तर:- कुछ मामलों में Metronidazole हृदय पर साइड इफेक्ट दिखा देती है। इसलिए अपने डॉक्टर की सलह से ही इस दवा का प्रयोग करे।

प्रश्न:- क्या metronidazole शुगर मे ले सकते है?

उत्तर:- Metronidazole को शुगर मे इसका हानिकारक प्रभाव पड सकता है, इसलिए अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही कोई भी दवा ले।

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Metronidazole के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न । Frequently asked Questions about Metronidazole in Hindi

प्रश्न:- Metronidazole कैसे काम करती है?

उत्तर:- जो माइक्रोब तथा बैक्टीरिया की ग्रोथ को खत्म करके उसको मारती है। Metronidazole  naitromidazole  वर्ग की दवा है। Metronidazole  न्यूक्लिक ऐसिड सिन्थेसीस को रोकती है। जो माइक्रोबियल कोशिकाओ के DNA को बाधित करता है। जिस कारण से माइक्रोब की मृत्यु हो जाती है।

प्रश्न:- क्या Metronidazole आदत या लत बन सकती है?

उत्तर:- Metronidazole की लत नहीं लगती है, लेकिन इस दवा को लंबे समय तक नहीं लेना है और इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

क्या Metronidazole को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?

उत्तर:- Metronidazole को खाने के बाद आपको वाहन नहीं चलना है। आपको ये दवा लेने के बाद नींद आ सकती है, जो आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। इसलिए कोई भी वाहन या मशीन नहीं चलनी है।

प्रश्न:- जब Metronidazole ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?

उत्तर:- शराब के साथ Metronidazole लेना खतरनाक हो सकता है। और अपने डॉक्टर की सलाह से ही लेना आवश्यक है।

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