Antacid Medicine – Kumar Medical Care https://kumarmedicalcare.com Home of the best ideas for Healthy Life. Thu, 01 Jul 2021 07:48:24 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=5.7.2 https://i0.wp.com/kumarmedicalcare.com/wp-content/uploads/2021/05/cropped-PicsArt_05-05-08.55.58-1-e1620299205229.png?fit=32%2C32&ssl=1 Antacid Medicine – Kumar Medical Care https://kumarmedicalcare.com 32 32 191125729 Pantoprazole in Hindi | पेंटोप्राजोल की जानकारी https://kumarmedicalcare.com/pantoprazole-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=pantoprazole-in-hindi https://kumarmedicalcare.com/pantoprazole-in-hindi/#respond Sun, 23 May 2021 13:05:58 +0000 https://kumarmedicalcare.com/?p=495 आज हम जानेगे Pantoprazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को ...

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आज हम जानेगे Pantoprazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को कम करने के लिए किया जाता है और हम जानेगे इस Pantoprazole के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस Pantoprazole के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन-कौन सी सावधानीयाँ रखनी चाहिए, ये सभी हम इस ब्लॉग Pantoprazole in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।

हमारे स्टमक से हर दिन एसिड का स्त्रावण होता रहता है और जो हम खाते है, और हम जो पीते है। उसका पाचन हमरे पेट मे इसी एसिड के कारण होता है। पाचन के लिए स्टमक से एसिड का निकलना अनिवार्य है। लेकिन कुछ परिस्थिति मे स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाता है। जब एसिड का लेवल बड़ता है, तो उसे हम एसिडिटी कहते है।

Pantoprazole एक प्रोटॉन पम्प इन्हीबिटर ग्रुप की दवा है। Pantoprazole दवा 1985 मे पेटेंट हुआ थी । इस मेडिसिन का 1994 से मेडीसीनल उपयोग होना शुरू हुआ है और आज तक ये दवा उपयोग मे लाई जा रही है।

Pantoprazole WHO के द्वारा प्रमाणित दवाई है और WHO द्वारा कहा गया है, की ये मोस्ट इफेक्टिव दवा है और एससेंसियाल दवा है और इस दवा का उपयोग करना बिल्कुल सैफ दवा है।

Pantoprazole के लाभ | Pantoprazole Benefits in Hindi :-

Pantoprazole को उपयोग करने के तरीके | Pantoprazole Uses in Hindi

Pantoprazole Tablet इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. एसिडिटी और हार्ट बर्न(Acidity or Heart burn):-:- अगर किसी पेसेन्ट को एसिडिटी हो, तो ये दवा दी जाती है। ये जब स्टोमक के पार्ट मे ऐसिड बहुत ज्यादा भर जाए जिससे जलन सी फ़ील होने लगे, तो ये दवा दी जाती है। ये दवा एसिडिटी को कम करने मे काम आती है।
  2. गेस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लेक्स(Gastro oesophageal reflex):- जब स्टोमक के पार्ट मे बहुत ही ज्यादा एसिड बड़ जाए जिसके कारण एसिड ऊपर की तरफ आ रहा हो, जिस कारण चेस्ट मे जलन होने लगती हैं, तो इसे ठीक करने के लिया ये दवा दी जाती है।
  3. इरोसिव एसोफैगिटिस(Erosive Oesophagitis):- जब स्टोमक मे एसिड का लेवल बड़ जाए, जिस कारण से एसिड ऊपर की तरफ आ रहा हो, तब गले के पार्ट मे छाले पड़ जाते है, तो येसी परिस्थिति को ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है।
  4. गैस्ट्रिक डूआडनल अल्सर (Gastric and duodenal ulcer):- पेट के पार्ट मे और छोटी आत के पार्ट मे अगर छाले पड़ जाए, अल्सर हो जाए, तो उसे ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
  5. पैनकिलर से पेट मे छाले हो (Painkiller induced ulcer):- अगर किसी पेसेन्ट पैनकिलर दवा ले रहा है, तो उसके वजह से पेट मे छाले पड़ते हो, तो छाले ना पड़े इसके लिए दर्द की दवाई के साथ ये Pantoprazole दवाई दी जाती है।
  6. जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम (Zollinger Ellison syndrome):- किसी पेसेन्ट को अगर Pancreas मे कोई प्रॉब्लेम हो, जिसके कारण स्टोमक से एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड़ रहा हो, तो येसी परिस्थिति को ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
  7. सिने मे जलन(Burning in chest)- अगर किसी पेसेन्ट को सिने मे जलन हो रही हो, तो ये दवा दी जाती है।
  8. प्रेगनेंसी में एसिडिटी(Acidity in Pregnancy):- अगर प्रेग्नेंट महिला को एसिडिटी हो गई हो, तो उसे ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है। [और पड़े गर्भावस्था के दौरान प्रकट होने वाले लक्षणों के बारे मे ]

Pantoprazole की सामग्री क्या है? | Pantoprazole Active Ingredients in Hindi:-

Pantoprazole

Pantoprazole की खुराक कितनी होती है?। Pantoprazole Dosage in Hindi:-

Pantoprazole के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Pantoprazole in Hindi:-

Pantoprazole की मर्मल डोज 0.5-1mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 0.5-1mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग-अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।

[और पड़े Omeprazole दवा के बारे मे]

Pantoprazole के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Pantoprazole Side Effects in Hindi:-

अगर हम Pantoprazole के नुकसान और दुसप्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है, जो रिसर्च के आधार पे Pantoprazole के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. मतली या उलटी।
  2. सिर मे दर्द हो सकता है।
  3. पेट दर्द हो सकता है।
  4. दस्त लग सकती है। [और पड़े दस्त के बारे मे ]
  5. चक्कर भी आ सकते है।
  6. बुखार भी आ सकता है।
  7. अनिन्द्र हो सकती है।
  8. स्किन पे चकते भी पड़ सकते है। [और पड़े एक्जिमा की पूरी जानकारी]

अगर ये दवा लेने के बाद आपको इनमे से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करे जिससे आपको सही ट्रीटमेंट दिया जा सके।

[और पड़े Ranitidine दवा के बारे मे]

Pantoprazole लेंने की सावधानीयाँ | Pantoprazole Contraindications in Hindi :-

Pantoprazole दवा को लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है, जो निम्न लिखित है –

  1. डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लेना चाहिए।
  2. किसी को भी ये दवा रोजाना नहीं लेनी चाहिए, रोज लेने से आप बीमार हो सकती है।
  3. पेट मे केन्सर है, तो उस पेसेन्ट को ये दवा नहीं दी जाती है।
  4. दस्त लगी हुई है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  5. लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  6. ऑस्टियोपोरोसिस है, तो ये दवा नहीं दी जाती है।
  7. अगर इनमे से आपको कोई परेसानी है, तो अपने डॉक्टर को जरूर से दिखाए।

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Omeprazole in Hindi | ओमेप्राजोल की जानकारी https://kumarmedicalcare.com/omeprazole-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=omeprazole-in-hindi https://kumarmedicalcare.com/omeprazole-in-hindi/#respond Thu, 20 May 2021 13:12:48 +0000 https://kumarmedicalcare.com/?p=492 आज हम जानेगे Omeprazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को ...

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आज हम जानेगे Omeprazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को कम करने के लिए किया जाता है। एसीडीटी हमारे स्टोमक मे एसिड का लेवल बदने के कारण होती है। हर दिन एसिड का स्त्रावण होता रहता है और जो हम खाते है, और हम जो पीते है। उसका पाचन हमरे पेट मे इसी एसिड के कारण होता है। पाचन के लिए स्टमक से एसिड का निकलना अनिवार्य है, लेकिन कुछ परिस्थिति मे स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाता है। जिससे पेसेन्ट को एसिडिटी होती है। तो इस एसीसडीटी को कम करने के लिए Omeprazole दवा का उपयोग किया जाता है। लेकिन आपके मन मे इस दवा को लेकर बहु सारे सवाल होंगे। तो चलिए जानते है। Kumar Medical Care की इस पोस्ट Omeprazole in Hindi मे इस दवा के क्या लाभ होते है। और इस दवा को लेने के बड़ क्या हानिया हो सकती है। और इस दवा को लेने के समय किन किन बातों का ध्यान रखना होता है। इस सभी पॉइंट के बारे मे जानेगे जी नीचे लिखा गया है।

Omeprazole एक प्रोटॉन पम्प इन्हीबिटर ग्रुप की दवा है omeprazole दवा 1978 मे पेटेंट हुआ था इस मेडिसिन का 1988 से मेडीसीनल उपयोग होना सुरू हुआ है और आज तक ये दवा उपयोग मे लाई जा रही है।

Omeprazole WHO के द्वारा प्रमाणित दवाई है। WHO द्वारा कहा गया है, की ये मोस्ट इफेक्टिव दवा है और एससेंसियाल दवा है। इस दवा का उपयोग करना बिल्कुल सैफ दवा है।

Omeprazole के लाभ | Omeprazole Benefits in Hindi:-

Omeprazole इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. एसिडिटी और हार्ट बर्न(Acidity or Heart burn)
  2. गेस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लेक्स(Gastro oesophageal reflex)
  3. इरोसिव एसोफैगिटिस(Erosive Oesophagitis)
  4. गैस्ट्रिक डूआडनल अल्सर (Gastric and duodenal ulcer)
  5. पैनकिलर से पेट मे छाले हो (Painkiller induced ulcer)
  6. पित्तासय मे प्रॉब्लेम(Problem In Pancreas)
  7. प्रेगनेंसी मे गेस(Acidity in Pregnancy 
  8. खट्टी डकारे(Belch Out)

[और पड़े प्रेग्नेसी के दोरान कोन-कोन से टीके लगाए जाते है। ]

Omeprazole की सामग्री क्या है? | Omeprazole Active Ingredients in Hindi:-

Omeprazole

Omeprazole की खुराक क्या है?। Omeprazole Dosage in Hindi:-

Omeprazole के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Omeprazole in Hindi:-

इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 1-1.5mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 1-1.5mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग-अलग डोज मे डिवाइड करना होता है। और इस दवा किस डोज को पेसेन्ट की बीमारी, उम्र, और वजन के अनुसार घटाया और बड़ाया जा सकता है।

[और पड़े Ranitidine के बारे मे]

Omeprazole के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Omeprazole Side Effects in Hindi

जो रिसर्च के आधार पे Omeprazole के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. मतली या उलटी।
  2. दस्त लग सकती है।
  3. कब्ज हो सकता है।
  4. सिर मे दर्द हो सकता है।
  5. चक्कर आ सकती है।
  6. खुजली लग सकती है।
  7. स्किन मे रेसेस।
  8. एंजाइम चेंज।
  9. WBC कम हो सकती है।
  10. बॉडी मे पैन भी हो सकता है।
  11. पेट मे दर्द।
  12. मुह मे सूखापन।
  13. बुखार भी आ सकता है।
  14. गले मे खरास।

Omeprazole लेंने की सावधानीयाँ | Omeprazole Contraindications in Hindi :-

Omeprazole दवा को लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है, जो निम्न लिखित है –

  1. ये दवा बहुत ही लंबे समय तक नहीं लेनी चाहिए।
  2. डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लेना चाहिए।
  3. किडनी की कोई बीमारी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  4. लिवर की कोई प्रॉब्लेम है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  5. पेट का केन्सर है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  6. जिस व्यक्ति को मेग्नीशियम की कमी हो, तो उसे ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  7. हार्ट से संबंधित कोई बीमारी है, तो ये दवा नहीं दी जाती है।
  8. किसी व्यक्ति को विटामिन B12 की कमी हो, तो उसे ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  9. ये दवा बच्चे को दूध पीला रही माँ को नहीं दी जाती है।
  10. अगर इनमे से आपको कोई प्रॉबलम है, तो अपने डॉक्टर को बताए। ताकि आपको सही उपचार दिया जा सके।

आज हमने जाना Omeprazole के बारे और उम्मीद करता हूँ, की मेरी यह पोस्ट Omeprazole in Hindi से आपको जानकारी मिली होगी। और आसा करता हु की मेरी ये पोस्ट आपको पसंद आई होगी। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी है, तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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Ranitidine in Hindi | रेनिटिडिन की जानकारी https://kumarmedicalcare.com/ranitidine-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=ranitidine-in-hindi https://kumarmedicalcare.com/ranitidine-in-hindi/#respond Fri, 14 May 2021 13:30:14 +0000 https://kumarmedicalcare.com/?p=462 आज हम जानेगे Ranitidine के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को ...

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आज हम जानेगे Ranitidine के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को कम करने के लिए किया जाता है और हम जानेगे इस Ranitidine के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस Ranitidine के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन-कौन सी सावधानीया रखनी चाहिए, ये सभी हम इस ब्लॉग Ranitidine in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।

हमारे स्टमक से हर दिन एसिड का स्त्रावण होता रहता है और जो हम खाते है, और हम जो पीते है। उसका पाचन हमरे पेट मे इसी एसिड के कारण होता है। पाचन के लिए स्टमक से एसिड का निकलना अनिवार्य है। लेकिन कुछ परिस्थिति मे स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाता है। जब एसिड का लेवल बड़ता है, तो उसे हम एसिडिटी कहते है।

जब स्टोमक मे एसिड का लेवल जब बड़ जाता है, तो पेसेन्ट को पेट मे चेस्ट मे जलन सी फ़ील होने लगता है और पेसेन्ट को बहुत ही डिस्कोंफ़ोर्ट होता है। इस एसिडिटी को दूर करने के लिए Ranitidine का उपयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है और इस दवा का प्रभाव लगभग 8 घंटे तक रहता है।

इस दवा की खोज 1976 मे हुई थी और 1981 इसका मिडिसिनल उपयोग होता आ रहा है।

Ranitidine WHO के द्वारा प्रमाणित दवाई है और WHO के द्वारा कहा गया है, की ये दवा मोस्ट ईफेक्टिव है और बहुत ही सैफ दवा है और मोस्ट एसेंसियाल दवा है।

Machenism of action । Ranitidine का एक्शन:-

Ranitidine एक एन्टासिड मेडिसिन है, जो एसिडिटी को कम करने के लिए प्रयोग मे लाई जाती है Ranitidine हिस्टामाइन (H2) रिसेप्टर ब्लॉकर ग्रुप की दवा है। जो गैस्ट्रिक कोशिकाओ मे हिस्टामिन H2 रिसेप्टर की क्रिया को को रोक देती है। जिस कारण स्टमक मे एसिड का लेवल कम हो जाता है।

Ranitidine के लाभ | Ranitidine Benefits in Hindi:-

Ranitidine इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. एसिडिटी और हार्टबर्न (Acidity or Heartburn):- जब पेसेन्ट को स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाए, जिसके कारण पेट के पार्ट मे या चेस्ट के पार्ट मे जलन सी फ़ील होती हो, तो ये परिस्थित को ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
  2. गेस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लेक्स(Gastro oesophageal reflex):- जब पेसेन्ट के स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाएं जिस कारण एसिड चेस्ट की ओर आने लग जाए, गले के पार्ट की तरफ आने लग जाए तो एसी परिस्थिति को भी ठीक करने के लिए भी ये दवा डाक्टर द्वारा पेसेन्ट को दी जाती है।
  3. इरोसिव एसोफैगिटिस(Erosive Oesophagitis):- एसिड स्टमक से ऊपर की तरफ आ रहा हो जिससे गले के पार्ट मे छाले पड़ जाए, तो वो परिस्थिति को ठीक करने के लिए भी ये दवा का प्रयोग किया जाता है। जो एसिड के स्टमक मे ज्यादा सीक्रेसन होने के कारण होते है।
  4. गैस्ट्रिक डूआडनल अल्सर (Gastric and duodenal ulcer):- एसिड का लेवल बड़ने के कारण पेट के पार्ट मे और छोटी आंत के पार्ट मे छाले पड़ जाए, तो येसी स्थिति को भी ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है। जिसके कारण एसिड का लेवल कम हो जाता है और जो छाले पडे हो उसको ठीक होने मे थोड़ा टाइम मिल जाता है।
  5. जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम (Zollinger Ellison syndrome):- अगर Pancreas मे कोई प्रॉबले हो जिसके कारण एसिड का लेवल स्टमक मे बडने लगे, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है।
  6. प्रेगनेंसी में पेट दर्द(Stomach Ache During Pregnancy):- अगर प्रेग्नेसी मे एसिडिटी हो गई हो, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए डॉक्टर द्वारा ये दवा दी जाती है। [ और पड़े गर्भावस्था के दौरान प्रकट होने वाले लक्षण ]
  7. प्रेगनेंसी में अपच(Indigestion In Pregnancy):- अगर प्रेग्नेसी के दौरान कब्ज हो गई है तो डॉक्टर द्वारा ये दवा दी जाती है।
  8. खट्टी डकारे(Belch Out):- अगर पेसेन्ट को खट्टी डकारे आ रही हो, तो भी ये दवा दी जाती है।
  9. गले मे जलन(Sore throat):- अगर किसी पेसेन्ट को गले मे जलन हो रही हो, तो इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  10. सर्जरी के समय(At the time of surgery):- सर्जरी के समय भी पेसेन्ट को ये दवा दी जाती है। जिससे स्टोमक मे एसिड का लेव कम हो जाए और सर्जरी आसानी से हो सके।

Ranitidine की सामग्री | Ranitidine Active Ingredients in Hindi:-

Ranitidine

Ranitidine खुराक | Ranitidine Dosage in Hindi :-

Ranitidine दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 5-10mg/kg/day दी जाती है।

Ranitidine के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Ranitidine Side Effects in Hindi

जो रिसर्च के आधार पे Ranitidine के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. मतली और उलटी हो सकती है।
  2. दस्त लग सकती है।[ और पड़े दस्त के बारे मे ]
  3. थकान हो सकती है।
  4. चक्कर आ सकते है।
  5. सिर दर्द हो सकता है।
  6. स्किन मे कोई एलर्जी हो सकती है जैसे स्किन रेसेस।[ और पड़े स्किन डिसिज सोरायसिस (Psoriasis) बारे मे ]
  7. नींद न आने की शिकायत हो सकती है।
  8. डिप्रेसन जैसा लगेने लग सकता है।
  9. लिवर मे भी प्रॉबलेस हो सकती है जैसे जॉइंडिस।
  10. किसी को कब्ज हो सकती है।
  11. नाड़ी दर कम हो सकती है।
  12. भूख मे कमी हो सकती है।
  13. नपुंसकता हो सकती हैं।
  14. अग्नाशय मे सूजन हो सकती है।
  15. खाशी हो सकती है।

Ranitidine लेंने की सावधानीया | Ranitidine Contraindications in Hindi :-

Ranitidine दवा को लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है, जो निम्न लिखित है –

  1. डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लेना चाहिए।
  2. किसी को भी ये दवा रोजाना नहीं लेनी चाहिए, रोज लेने से आप बीमार हो सकती है।
  3. किडनी की बीमारी है, तो उसको ये दवाई नहीं देनी चाहिए।
  4. लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, तो उसको ये दवा नहीं देनी चाहिए।
  5. एलर्जी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  6. अगर किसी को हार्ट से संबंधित कोई बीमारी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  7. अगर किसी पेसेन्ट को विटामिन B12 की कमी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
  8. इस दवा का प्रयोग शराब के साथ न करे।
  9. अगर आपको इनमे से कोई परेसानी है तो आप अपने डॉक्टर को जरूर बताए।

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Metronidazole in Hindi | मेट्रोनिडाजोल की जानकारी https://kumarmedicalcare.com/metronidazole-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=metronidazole-in-hindi https://kumarmedicalcare.com/metronidazole-in-hindi/#respond Tue, 11 May 2021 13:50:20 +0000 https://kumarmedicalcare.com/?p=447 आज हम जानेगे Metronidazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, Metronidazole एक एंटीबायोटिक और ...

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आज हम जानेगे Metronidazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, Metronidazole एक एंटीबायोटिक और एंटीप्रोटोज़ोआ दवा है। जिसका प्रयोग माइक्रोब तथा बैक्टीरियल इन्फेक्शन मे किया जाता है। जब हमारी बॉडी मे कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन या माइक्रोबियल इन्फेक्शन लग जाए तो, उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए Metronidazole  दवा का प्रयोग करते है। जो बैक्टीरिया तथा माइक्रोब को मारने का काम करती है। और ये दवा WHO के द्वारा प्रमाणित दवा है। ये दवा बहुत ही एसेंसियाल दवा है। और इस दवा का 1960 से मिडिसिनल उपयोग होता आ रहा है। आज हम आपको बात रहे है हमारी इस वेबसाईट Kumar Medical Care के इस पोस्ट Metronidazole in Hindi मे इस दवा के लाभ,नुकसान,एक्शन,डोज और इस दवा की लेने के लिये कोन कोन सी सावधानीया रखनी है। और इनसे अलाव आप पड़ेंगे की इस दवा का गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओ पर क्या असर होता है। इस सभी सवालों ले बारे मे हम जानेगे जो नीचे अलग अलग सेक्सन मे लिखा है।

Mechanism of action  

Metronidazole  एक एन्टीमाइक्रोबियल मेडिसीन है, जो माइक्रोब तथा बैक्टीरिया की ग्रोथ को खत्म करके उसको मारती है। Metronidazole  nitroimidazole वर्ग की दवा है। Metronidazole न्यूक्लिक ऐसिड सिन्थेसीस को रोकती है। जो माइक्रोबियल कोशिकाओ के DNA को बाधित करता है। जिस कारण से माइक्रोब की मृत्यु हो जाती है।

Metronidazole के लाभ | Metronidazole Benefits in Hindi :-

Metronidazole इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –

  1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन(Bacterial infection):- अगर किसी पेसेन्ट को किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग करते है।
  2. बैक्टीरियल वजाईनोसिस(Bacterial Vaginosis):- यदि किसी महिला को वजाइना से व्हाइट और ग्रे कलर का डिस्चार्ज निकलता है और बेड स्मेल रहती है, पेसाब मे जलन होती है, पेसाब मे दर्द हो रहता है, तो इस परिस्थितिओ को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
  3. पेल्विक इंफ्लेमेटरीडिजीज (Pelvic Inflammatory Disease):- यदि किसी महिला के जननांग मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  4. ट्रयकोमोइसीस (Trichomoniasis):– ये भी महिलाओ की बीमारी है जिसमे महिलाओ के जनांगों मे खुजली होन और रेड़नेस रहना और व्हाइट डिस्चार्ज रहना तो स्थति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  5. लुकोरिया(Leucorrhea):- अगर किसी महिला को लुकोरिया की समस्या है, जिसमे महिला को वजाइना से व्हाइट डिस्चार्ज आता है। इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  6. आंतों का इन्फेक्शन(Intestine Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को आंतों मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  7. स्टोमक इन्फेक्शन(Stomach Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को स्टोमक मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, जिस कारण मल के साथ खून आ रहा हो, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  8. बाहरी आंतों का इन्फेक्शन(Extra Intestine Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को आंतों के बाहर किसी प्रकार का इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  9. लंग्स इन्फेक्शन(Lungs infection):- अगर कोई पेसेन्ट को लंग्स मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है। जैसे निमोनिया हो गया हो या ब्रॉनकाइटीस हो गया हो, तो इस स्थिति मे पसेन्ट को खासी चलती है, चेस्ट मे पेन होता है, तो इस कन्डिशन को ठीक करने के लिए इस दवा प्रयोग किया जाता है।
  10. दस्त(Diarrhea):- अगर कसी पेसेन्ट को बहुत ज्यादा दस्त लग गई है, तो उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है। [और पड़े दस्त के बारे मे ]
  11. ओरल इन्फेक्शन(Oral Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को ओरल इन्फेक्शन हो गया हो, जिसमे मुह मे गालों मे छाले हो गए हो, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  12. मसूड़ों का इन्फेक्शन(Gums Infection) :- अगर कसी पेसेन्ट को मसूड़ों मे इन्फेक्शन हो गया हो जिसमे मसूड़ों मे सूजन आ गई हो मसूड़ों मे पस पड़ गया हो मसूड़ों से खून आ रहा हो मसूड़ों मे दर्द हो रहा हो तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है
  13. पेप्टिक अल्सर(Peptic Ulcer):- अगर कसी पेसेन्ट को स्टोमक मे छाले हो गए हो, तो उन छालों को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  14. लिवर इन्फेक्शन(Liver infection):- अगर किसी पेसेन्ट को लीवर मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया हो, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  15. प्रीटर्म बर्थ(Preterm birth):- ये दवा प्रीटर्म बर्थ को भी रोकती है। यदि किसी प्रेगनेट महिला को बैक्टीरियल वजाइनोसिस हो गया है। जिस कारण महिला को डेलीवरी पहले होने जा रही हो, तो उस बर्थ को रोकने के लिए इस दवा को डॉक्टर द्वारा दी जाता है। इस दवा से बैक्टीरियल वजाइनोसिस ठीक हो जाता है।
  16. स्किन इन्फेक्शन(skin infection):- अगर किसी पेसेन्ट को स्किन मे इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
  17. ब्रेन इन्फेक्शन(Brain Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को ब्रेन मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया है।
  18. पेट मे कीड़े(Stomach Bug):- अगर किसी पेसेन्ट को पेट मे कीड़े पड गए हो, तो उन कीड़ों को मरने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।

Metronidazole की खुराक क्या है? । Metronidazole Dosage in Hindi:-

Metronidazole के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Metronidazole in Hindi:-

अगर हम Metronidazole की डोज की बात करे, डिसिज कॉन्डीसन के अनुसार दवा की डोज डॉक्टर द्वारा अलग-अलग हो सकती है, ये दवा पेसेन्ट की उम्र और बॉडी के वैट के अनुसार पेसेन्ट को दी जाती है। इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 30-50mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 30-50mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।

Metronidazole की सामग्री क्या है? । Metronidazole Active Ingredients in Hindi

Metronidazole

Metronidazole के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स क्या होते है? । Metronidazole Side Effects in Hindi

अगर हम Metronidazole के नुकसान और दुष्प्रभाव की बात करे, तो इस दवा के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –

  1. मतली या उलटी हो सकती है।
  2. सिर दर्द हो सकता है।
  3. मुह का मेटालिक टेस्ट हो सकता है।
  4. मुह मे सूखापन लग सकता है।
  5. जीभ पर सूजन हो सकती है।
  6. चक्कर आ सकती है।
  7. त्वचा का रंग लाल हो सकता है।
  8. डिप्रेसन हो सकता है।
  9. बुखार आ सकती है।
  10. पेट मे कब्ज हो सकती है।
  11. योनि मे सूजन आ सकती और योनि मे जलन हो सकती है।
  12. त्वचा मे जलन हो सकती है।
  13. भूख मे कमी हो सकते है।
  14. धुंदला दिखाई देना जैसे साइड इफेक्ट हो सकते है।
  15. एरिथमा (चमड़ी पर लाल-लाल दाने) हो सकता है।
  16. दस्त भी लग सकती है।

Metronidazole लेंने की सावधानीया | Metronidazole Contraindications in Hindi:-

अगर आप Metronidazole दवा ले रहे है, तो कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है। जो निम्न है-

  1. कोई भी दवा अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना है।
  2. मानसिक बीमारी है, तो उसे नहीं दी जाती है।
  3. लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  4. अगर कोई पेसेन्ट है जिसे किडनी से मसंबंधित कोई बीमारी है उसे ये दवा नहीं दी जाती है
  5. जिसे केलशियम की कमी है, उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  6. जिसे पोटेसियम की कमी है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
  7. बहुत ही ज्यादा शराब का नसा करता है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाएगी।
  8. हार्ट से संबंधित कोई बीमारी है, उसे ये दवा नहीं दी जा सकती है।
  9. जिसे शुगर है, उसे ये दवा नहीं दी जा सकती है।
  10. न्यूरोलॉगिकल डिसॉर्डर है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाएगी।
  11. अगर आपको इनमे से कोई भी समस्या है, तो अपने चिकित्सक को दिखाए।

Metronidazole से सम्बंधित चेतावनी । Metronidazole Related Warnings in Hindi

प्रश्न:- क्या Metronidazole का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?

कुछ शोधकर्ताओ का कहना है की Metronidazole प्रेग्नेसी मे लेना हानिकारक हो सकता है, इस दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर से ले।

प्रश्न:- क्या Metronidazole का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?

इस विषय मे जानवरों पर रिसर्च होने पर बताया गया है, की स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Metronidazole के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। और बच्चे को भी इस दवा के हानिकारक प्रभाव हो सकते है, जैसे बच्चे को दस्त लग सकती है, तो इस दवा का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलह के अनुसार ही करे।

प्रश्न:- Metronidazole का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?

Metronidazole का दुष्प्रभाव बहुत ही कम पड़ता है। इस दवा को उपयोग लंबे समय तक नहीं करे ये बहुत नुकसानदायक हो सकता है। अपने डॉक्टर की सलाह से ही इस दवा का प्रयोग करे।

प्रश्न:- Metronidazole का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?

Metronidazole का लीवर पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही ले।

प्रश्न:- क्या ह्रदय पर Metronidazole का प्रभाव पड़ता है?

रिसर्च के अनुसार कुछ मामलों में Metronidazole हृदय पर साइड इफेक्ट दिखा देती है। इसलिए अपने डॉक्टर की सलह से ही इस दवा का प्रयोग करे।

प्रश्न:- क्या metronidazole शुगर मे ले सकते है?

इस बर की गई शोध के अनुसार Metronidazole को शुगर मे इसका हानिकारक प्रभाव पड सकता है, इसलिए अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही कोई भी दवा ले।

Metronidazole के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न । Frequently asked Questions about Metronidazole in Hindi

प्रश्न:- Metronidazole कैसे काम करती है?

जो माइक्रोब तथा बैक्टीरिया की ग्रोथ को खत्म करके उसको मारती है। Metronidazole  Naitromidazole  वर्ग की दवा है। जो न्यूक्लिक ऐसिड सिन्थेसीस को रोकती है। जो माइक्रोबियल कोशिकाओ के DNA को बाधित करता है। जिस कारण से माइक्रोब की मृत्यु हो जाती है।

प्रश्न:- क्या Metronidazole आदत या लत बन सकती है?

Metronidazole की लत नहीं लगती है।

क्या Metronidazole को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?

Metronidazole को खाने के बाद आपको वाहन नहीं चलना है। आपको ये दवा लेने के बाद नींद आ सकती है, जो आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। इसलिए कोई भी वाहन या मशीन नहीं चलनी है।

प्रश्न:- जब Metronidazole ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?

शराब के साथ Metronidazole लेना खतरनाक हो सकता है। और अपने डॉक्टर की सलाह से ही लेना आवश्यक है।

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