आज हम जानेगे Ranitidine के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को कम करने के लिए किया जाता है और हम जानेगे इस Ranitidine के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस Ranitidine के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन कौन सी सावधानीया रखनी चाहिए, ये सभी हम इस आर्टिकल Ranitidine in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।
हमारे स्टमक से हर दिन एसिड का स्त्रावण होता रहता है और जो हम खाते है, और हम जो पीते है। उसका पाचन हमरे पेट मे एसिड के कारण होता है। पाचन के लिए स्टमक से एसिड का निकलना अनिवार्य है। लेकिन कुछ परिस्थिति मे स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाता है। जब एसिड का लेवल बड़ता है, तो उसे हम एसिडिटी कहते है।
जब स्टोमक मे एसिड का लेवल जब बड़ जाता है, तो पेसेन्ट को पेट मे चेस्ट मे जलन सी फ़ील होने लगता है और पेसेन्ट को बहुत ही डिस्कोंफ़ोर्ट होता है। इस एसिडिटी को दूर करने के लिए Ranitidine का उपयोग डॉक्टर द्वारा किया जाता है और इस दवा का प्रभाव लगभग 8 घंटे तक रहता है।
इस दवा की खोज 1976 मे हुई थी और 1981 इसका मिडिसिनल उपयोग होता आ रहा है।
Ranitidine WHO के द्वारा प्रमाणित दवाई है और WHO के द्वारा कहा गया है, की ये दवा मोस्ट ईफेक्टिव है और बहुत ही सैफ दवा है और मोस्ट एसेंसियाल दवा है।
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Mechanism of action । Ranitidine का एक्शन:-
Ranitidine एक एन्टासिड मेडिसिन है, जो एसिडिटी को कम करने के लिए प्रयोग मे लाई जाती है Ranitidine हिस्टामाइन (H2) रिसेप्टर ब्लॉकर ग्रुप की दवा है। जो गैस्ट्रिक कोशिकाओ मे हिस्टामिन H2 रिसेप्टर की क्रिया को को रोक देती है। जिस कारण स्टमक मे एसिड का लेवल कम हो जाता है।
Ranitidine के लाभ | Ranitidine Benefits in Hindi:-
Ranitidine को उपयोग करने के तरीके | Ranitidine Uses in Hindi
Ranitidine इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –
- एसिडिटी और हार्टबर्न (Acidity or Heartburn):- जब पेसेन्ट को स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाए, जिसके कारण पेट के परत मे या चेस्ट के पार्ट मे जलन सी फ़ील होती हो, तो ये परिस्थित को ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
- गेस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लेक्स(Gastro oesophageal reflex):- जब पेसेन्ट के स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाएं जिस कारण एसिड चेस्ट की ओर आने लग जाए, गले के पार्ट की तरफ आने लग जाए तो एसी परिस्थिति को भी ठीक करने के लिए भी ये दवा डाक्टर द्वारा पेसेन्ट को दी जाती है।
- इरोसिव एसोफैगिटिस(Erosive Oesophagitis):- एसिड स्टमक से ऊपर की तरफ आ रहा हो जिससे गले के पार्ट मे छाले पड़ जाए, तो वो परिस्थिति को ठीक करने के लिए भी ये दवा का प्रयोग किया जाता है।
- गैस्ट्रिक डूआडनल अल्सर (Gastric and duodenal ulcer):- एसिड का लेवल बड़ने के कारण पेट के पार्ट मे और छोटी आंत के पार्ट मे छाले पड़ जाए, तो एसी स्थिति को भी ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है। जिसके कारण एसिड का लेवल कम हो जाता है और जो छल पडा हो उसको ठीक होने मे थोड़ा टाइम मिल जाता है।
- जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम (Zollinger Ellison syndrome):- अगर Pancreas मे कोई प्रॉबले हो जिसके कारण एसिड का लेवल स्टमक मे बडने लगे, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है।
- प्रेगनेंसी में पेट दर्द(Stomach Ache During Pregnancy):- अगर प्रेग्नेसी मे एसिडिटी हो गई हो, तो इस स्थिति को ठीक करने के लिए डाक्टर द्वारा ये दवा दी जाती है।
- प्रेगनेंसी में अपच(Indigestion In Pregnancy):- अगर प्रेग्नेसी के दौरान कब्ज हो गई है तो डाक्टर द्वारा ये दवा दी जाती है।
- खट्टी डकारे(Belch Out):- अगर पेसेन्ट को खट्टी डकारे आ रही हो तो भी ये दवा दी जाती है।
- गले मे जलन(Sore throat):- अगर किसी पेसेन्ट को गले मे जलन हो रही हो, तो इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- सर्जरी के समय(At the time of surgery):- सर्जरी के समय भी पेसेन्ट को ये दवा दी जाती है। जिससे स्टोमक मे एसिड का लेव कम हो जाए और सर्जरी आसानी से हो सके।
और पड़े:- Pantoprazole in Hindi | पेंटोप्राजोल की जानकारी
Ranitidine की सामग्री | Ranitidine Active Ingredients in Hindi:-
Ranitidine
Ranitidine खुराक | Ranitidine Dosage in Hindi :-
Ranitidine के इस्तेमाल करने के तरीके | How to Take Ranitidine in Hindi
अगर हम Ranitidine की डोज की बात करे, तो डिसिज कॉन्डीसन के अनुसार दवा की डोज अलग-अलग हो सकती है, ये दवा पेसेन्ट की बॉडी के वैट के अनुसार पेसेन्ट को दी जाती है। इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 5-10mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 5-10mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग-अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।
Ranitidine के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Ranitidine Side Effects in Hindi
अगर हम Ranitidine के नुकसान और दुसप्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है, लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है की ये साइड इफेक्टस हर किसी को नहीं होती है, जिस व्यक्ति को पर्टिक्युलर मोलिक्यूर से सिन्सिटिविटी होती है, उसे ही साइड इफेक्टस होती है और Ranitidine के भी कुछ साइड इफेक्टस देखे गए है, जो रिसर्च के आधार पे Ranitidine के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –
- किसी किसी पेसेन्ट को मतली और उलटी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को दस्त लग सकती है। और पड़े:- दस्त के लक्षण, कारण, बचाव और उपचार
- किसी किसी पेसेन्ट को थकान हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को चक्कर आ सकते है।
- किसी किसी पेसेन्ट को सिर दर्द हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को स्किन मे कोई एलर्जी हो सकती है जैसे स्किन रेसेस।
- किसी किसी पेसेन्ट को नींद न आने की शिकायत हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को डिप्रेसन जैसा लगेने लग सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को लिवर मे भी प्रॉबलेस हो सकती है जैसे जॉइंडिस।
- किसी किसी पेसेन्ट को कब्ज हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट की नाड़ी दर कम हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को भूख मे कमी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को नपुंसकता हो सकती हैं।
- किसी किसी पेसेन्ट अग्नाशय मे सूजन हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को खाशी हो सकती है।
अगर ये दवा लेने के बाद आपको इनमे से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करे जिससे आपको सही ट्रीटमेंट दिया जा सके।
Ranitidine लेंने की सावधानीया | Ranitidine Contraindications in Hindi :-
Ranitidine दवा को लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है, जो निम्न लिखित है –
- डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लेना चाहिए।
- किसी को भी ये दवा रोजाना नहीं लेनी चाहिए, रोज लेने से आप बीमार हो सकती है।
- अगर किसी पेसेन्ट को किडनी की बीमारी है, तो उसको ये दवाई नहीं देनी चाहिए।
- अगर किसी पेसेन्ट को लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, तो उसको ये दवा नहीं देनी चाहिए।
- अगर किसी पेसेन्ट को एलर्जी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
- अगर किसी को हार्ट से संबंधित कोई बीमारी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
- अगर किसी पेसेन्ट को विटामिन B12 की कमी है, तो ये दवा नहीं लेनी चाहिए।
- इस दवा का प्रयोग सरब के साथ न करे।
Ranitidine की अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां:-
Ranitidine की खुराक छूट गई है, तो क्या करे?
अगर कोई खुराक भूल जाने के करने छूट जाती है और फिर बाद मे याद आती है, तो उस खुराक को तुरंत ले लेना चाहिए और ध्यान रहे की अगली खुराक का समय तो नहीं हो गया है। अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो वो छुटी हुई खुराक को छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर की सलाह से खुराक का शिड्यूल फिर से शुरू करे। अपनी खुराक को समय पर लेने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है-
- डॉक्टर द्वारा दी गई खुराक के शिड्यूल को अच्छे से याद कर ले।
- खुराक के समय का अलार्म लगा सकते है।
- अपने परिवार की सदस्य याद दिलाने को कह सकते है।
- खुराक का टाइम टेबल बना कर एक एसी जगह चिपका दे, जहा पर वो ज्यादातर नजर मे आता रहे।
Note:- छूटी हुई खुराक की भरपाई करने के लिए ज्यादा दवाई का सेवन ना करे और अगर खुराक छूट गई है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
Ranitidine का संग्रहण कैसे करे?
- Ranitidine को अधिक गर्मी, अधिक तापमान और सीधी रोशनी से दूर रखे।
- मेडिसन को फ्रीज़ मे ना रखे अगर Ranitidine के पैकेट के अंदर कोई निर्देश दिया गया है, जैसे दवा को इतने तापमान पर रखे, दवा को फ्रीज़ मे रखे येसे निर्देश हो तो उनका पालन करे।
- दवा को पालतू जानवरों और बच्चों की पहुच से दूर रखना चाहिए।
- दवा को नाली या शौचालय मे ना बहाए।
- दवा को येसे ही किसी जगह पर ना फेंके।
Ranitidine को लेने के लिए विशेषज्ञ की सलाह । Expert Advice for Taking Ranitidine
- Ranitidine को खाली पेट, और खाना खाना खाने के बाद भी ले सकते है।
- अगर आपको एसिडिटी खत्म हो गई है। या आप बेहतर महसूस कर रहे है। फिर भी आपके विशेषज्ञ द्वारा बताए समय अनुसार ही लेना है।
- ड्रिंक्स, खट्टी चीजें जैसे संतरा और नींबू से परहेज करें, जो पेट में जलन पैदा करते हैं।
- बीड़ी-सिगरेट पीना छोड़ दें या कम से कम इस दवा को लेने के बाद बीड़ी-सिगरेट न पीयें
- अगर किसी मरीज को किडनी रोग है, तो इस दवा को कम मात्रा में लेना पड़ सकता है।
Ranitidine से सम्बंधित चेतावनी । Ranitidine Related Warnings in Hindi
प्रश्न:- क्या Ranitidine का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
उत्तर:- जी हाँ Ranitidine गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है।
प्रश्न:- क्या Ranitidine का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
उत्तर:- स्तनपान करवाने वाली महिलाओ पर Ranitidine का हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है।
प्रश्न:- Ranitidine का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
उत्तर:- Ranitidine का बुरा प्रभाव किडनी पर कम होता है।
प्रश्न:- Ranitidine का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
उत्तर:- Ranitidine का लीवर पर विपरीत प्रभाव बहुत कम पड़ता है। लेकिन इस दवा को लंबे समय तक नहीं लेना चाहिए।
प्रश्न:- क्या ह्रदय पर Ranitidine का प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:- Ranitidine का हार्ट पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
Ranitidine के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न । Frequently asked Questions about Ranitidine in Hindi
प्रश्न:- रेनिटिडिन (Ranitidine) क्या है?
उत्तर:- रेनिटिडिन (Ranitidine) हिस्टामाइन -2 अवरोधक नामक समूह एक दवा है। जो पेट मे एसिडिटी को कम करने का कार्य करता है।
प्रश्न:- क्या Ranitidine आदत या लत बन सकती है?
उत्तर:- Ranitidine की लत नहीं लगती, लेकिन डाक्टर की सलाह से ही लेनी है। लेकिन ज्यादा समय तक इस दवा का उपयोग न करे।
प्रश्न:- क्या Ranitidine को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
उत्तर:- हां, Ranitidine को लेने के बाद आपको चक्कर या नींद नहीं आती है। आप मशीन या गाड़ी का संचालन कर सकते है।
प्रश्न:- क्या Ranitidine को लेना सुरखित है?
उत्तर:- हां, Ranitidine को लेने से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
प्रश्न:- क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Ranitidine इस्तेमाल की जा सकती है?
उत्तर:- मनोवैज्ञानिक विकार और मस्तिष्क विकारों में Ranitidine काम नहीं कर पाती है।