आज हम जानेगे Pantoprazole के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग एसीडीटी को कम करने के लिए किया जाता है और हम जानेगे इस Pantoprazole के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस Pantoprazole के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन कौन सी सावधानीयाँ रखनी चाहिए, ये सभी हम इस आर्टिकल Pantoprazole in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।
हमारे स्टमक से हर दिन एसिड का स्त्रावण होता रहता है और जो हम खाते है, और हम जो पीते है। उसका पाचन हमरे पेट मे इसी एसिड के कारण होता है। पाचन के लिए स्टमक से एसिड का निकलना अनिवार्य है। लेकिन कुछ परिस्थिति मे स्टमक मे एसिड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड जाता है। जब एसिड का लेवल बड़ता है, तो उसे हम एसिडिटी कहते है।
Pantoprazole एक प्रोटॉन पम्प इन्हीबिटर ग्रुप की दवा है। Pantoprazole दवा 1985 मे पेटेंट हुआ था। इस मेडिसिन का 1994 से मेडीसीनल उपयोग होना सुरू हुआ है और आज तक ये दवा उपयोग मे लाई जा रही है।
Pantoprazole WHO के द्वारा प्रमाणित दवाई है और WHO द्वारा कहा गया है, की ये मोस्ट इफेक्टिव दवा है और एससेंसियाल दवा है और इस दवा का उपयोग करना बिल्कुल सैफ दवा है।
Table of Contents
Pantoprazole के लाभ | Pantoprazole Benefits in Hindi :-
Pantoprazole को उपयोग करने के तरीके | Pantoprazole Uses in Hindi
Pantoprazole Tablet इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –
- एसिडिटी और हार्ट बर्न(Acidity or Heart burn):-:- अगर किसी पेसेन्ट को एसिडिटी हो, तो ये दवा दी जाती है। ये जब स्टोमक के पार्ट मे ऐसिड बहुत ज्यादा भर जाए जिससे जलन सी फ़ील होने लगे, तो ये दवा दी जाती है। ये दवा एसिडिटी को काम करने मे काम आती है।
- गेस्ट्रो इसोफेगल रिफ्लेक्स(Gastro oesophageal reflex):- जब स्टोमक के पार्ट मे बहुत ही ज्यादा एसिड बड़ जाए जिसके कारण एसिड ऊपर की तरफ आ रहा हो, जिस करना चेस्ट मे जलन होने लगती हैं, तो इसे ठीक करने के लिया ये दवा दी जाती है।
- इरोसिव एसोफैगिटिस(Erosive Oesophagitis):- जब स्टोमक मे एसिड का लेवल बड़ जाए जिस कारण से एसिड ऊपर की तरफ आ रहा हो, तब गले के पार्ट मे छाले पड़ जाते है, तो एसी परिस्थिति को ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है।
- गैस्ट्रिक डूआडनल अल्सर (Gastric and duodenal ulcer):- पेट के पार्ट मे और छोटी आत के पार्ट मे अगर छाले पड़ जाए, अल्सर हो जाए, तो उसे ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
- पैनकिलर से पेट मे छाले हो (Painkiller induced ulcer):- अगर किसी पेसेन्ट पैनकिलर दवा ले रहा है, तो उसके वजह से पेट मे छाले पड़ते हो, तो छाले ना पड़े इसके लिए दर्द की दवाई के साथ ये Pantoprazole दवाई दी जाती है।
- जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम (Zollinger Ellison syndrome):- किसी पेसेन्ट को अगर Pancreas मे कोई प्रॉब्लेम हो, जिसके कारण स्टोमक से असीड का लेवल बहुत ही ज्यादा बड़ रहा हो, तो एसी परिस्थिति को ठीक करने के लिए ये दवाई दी जाती है।
- सिने मे जलन(Burning in chest)- अगर किसी पेसेन्ट को सिने मे जलन हो रही हो, तो ये दवा दी जाती है।
- प्रेगनेंसी में एसिडिटी(Acidity in Pregnancy):- अगर प्रेग्नेंट महिला को एसिडिटी हो गई हो, तो उसे ठीक करने के लिए ये दवा दी जाती है।
और पड़े:- Ranitidine in Hindi | रेनिटिडिन की जानकारी
Pantoprazole की सामग्री | Pantoprazole Active Ingredients in Hindi:-
Pantoprazole
Pantoprazole खुराक । Pantoprazole Dosage in Hindi:-
Pantoprazole के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Pantoprazole in Hindi:-
अगर हम Pantoprazole की डोज की बात करे, तो डिसिज कॉन्डीसन के अनुसार दवा की डोज अलग-अलग हो सकती है, ये दवा पेसेन्ट की बॉडी के वैट के अनुसार पेसेन्ट को दी जाती है। इस दवा की नार्मल डोज की बात करे तो 0.5-1mg/kg/day दी जाती है। इसका मतलब 1kg वैट पर 0.5-1mg दवा पूरे दिन मे दी जाती है और इस दवा की डोज को अलग-अलग डोज मे डिवाइड करना होता है।
Pantoprazole के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Pantoprazole Side Effects in Hindi:-
अगर हम Pantoprazole के नुकसान और दुसप्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है, लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है की ये साइड इफेक्टस हर किसी को नहीं होती है, जिस व्यक्ति को पर्टिक्युलर मोलिक्यूर से सिन्सिटिविटी होती है, उसे ही साइड इफेक्टस होती है और Pantoprazole के भी कुछ साइड इफेक्टस देखे गए है, जो रिसर्च के आधार पे Pantoprazole के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –
- किसी किसी पेसेन्ट को मतली या उलटी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को सिर मे दर्द हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को पेट दर्दभी हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को दस्त लग सकती है। और पड़े दस्त के लक्षण,कारण, बचाव और उपचार
- किसी किसी पेसेन्ट को चक्कर भी आ सकते है।
- किसी किसी पेसेन्ट को बुखार भी आ सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को अनिन्द्र हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को स्किन पे चकते भी पद सकते है।
अगर ये दवा लेने के बाद आपको इनमे से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करे जिससे आपको सही ट्रीटमेंट दिया जा सके।
Pantoprazole लेंने की सावधानीयाँ | Pantoprazole Contraindications in Hindi :-
Pantoprazole दवा को लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना होता है, जो निम्न लिखित है –
- डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लेना चाहिए।
- किसी को भी ये दवा रोजाना नहीं लेनी चाहिए, रोज लेने से आप बीमार हो सकती है।
- अगर किसी पेसेन्ट को पेट मे केन्सर है, तो उस पेसेन्ट को ये दवा नहीं दी जाती है।
- अगर किसी पेसेन्ट को दस्त लगी हुई है, तो उसे ये दान नहीं दी जाती है।
- अगर किसी पेसेन्ट को लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, तो उसे ये दवा नहीं दी जाती है।
- अगर किसी पेसेन्ट को ऑस्टियोपोरोसिस है, तो ये दवा नहीं दी जाती है।
- अगर इनमे से आपको कोई परेसानी है, तो अपने डॉक्टर को जरूर से दिखाए।
Pantoprazole की अन्य महत्वपूर्ण जानकारिया:-
Pantoprazole की खुराक छूट गई है, तो क्या करे?
अगर कोई खुराक भूल जाने के करने छूट जाती है और फिर बाद मे याद आती है, तो उस खुराक को तुरंत ले लेना चाहिए और ध्यान रहे की अगली खुराक का समय तो नहीं हो गया है। अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो वो छुटी हुई खुराक को छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर की सलाह से खुराक का शिड्यूल फिर से शुरू करे। अपनी खुराक को समय पर लेने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है-
- डॉक्टर द्वारा दी गई खुराक के शिड्यूल को अच्छे से याद कर ले।
- खुराक के समय का अलार्म लगा सकते है।
- अपने परिवार की सदस्य याद दिलाने को कह सकते है।
- खुराक का टाइम टेबल बना कर एक एसी जगह चिपका दे, जहा पर वो ज्यादातर नजर मे आता रहे।
Note:- छूटी हुई खुराक की भरपाई करने के लिए ज्यादा दवाई का सेवन ना करे और अगर खुराक छूट गई है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
Pantoprazole का संग्रहण कैसे करे?
- Pantoprazole को अधिक गर्मी, अधिक तापमान और सीधी रोशनी से दूर रखे।
- मेडिसन को फ्रीज़ मे ना रखे अगर Pantoprazole के पैकेट के अंदर कोई निर्देश दिया गया है, जैसे दवा को इतने तापमान पर रखे, दवा को फ्रीज़ मे रखे येसे निर्देश हो तो उनका पालन करे।
- दवा को पालतू जानवरों और बच्चों की पहुच से दूर रखना चाहिए।
- दवा को नाली या शौचालय मे ना बहाए।
- दवा को येसे ही किसी जगह पर ना फेंके।