आज हम जानेगे Amoxicillin Antibiotic के बारे मे जो की डॉक्टर द्वारा मरिज को पर्ची मे लिखी जाने वाली एक दवा है, जिसका प्रयोग बैक्टीरियल इन्फेक्शन मे किया जाता है। और हम जानेगे इस एंटीबायोटिक के उपयोग क्या-क्या होते है, इसकी डोज क्या होती है, और इस एंटीबायोटिक के साइड इफेक्टस क्या-क्या होते है, और इस दवा को लेने के लिए कौन कौन सी सावधानीयाँ रखनी चाहिए, ये सभी हम इस आर्टिकल Amoxicillin Antibiotic in Hindi मे जानेगे जो नीचे अगल-अलग सेक्शन मे लिखा गया है।
जब हमारी बॉडी मे कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन लग जाए और उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए Amoxicillin Antibiotic का प्रयोग किया जाता है। एंटीबायोटिक कई प्रकार की होती है और ये किसी न किसी ग्रुप से जुड़ी होती है और Amoxicillin Antibiotic भी Penicillin ग्रुप की दवा है जो जी बैक्टीरिया से लड़ने का काम करती है।
Amoxicillin Antibiotic केवल बैक्टीरिया को मरने के लिए सक्षम है और Amoxicillin Antibiotic वायरस के इन्फेक्शन के लिए प्रभावी नहीं है।
Amoxicillin Antibiotic WHO के अनुसार ये एक एससेंसियाल दवाई है, मोस्ट ईफेक्टिव है, और बहुत ही सैफ दवाई है।
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Mechanism of action । Amoxicillin Antibiotic का बैक्टीरिया के प्रति एक्शन:-
Amoxicillin Antibiotic पेनिसिलिन ग्रुप की दवा है और ये बैक्टीरियोसिडाल एक्टिविटी रखती है। Amoxicillin Antibiotic बैक्टीरिया की कोशिका मे Bita lactamase production को रोक देती है। जिस कारण बैक्टीरिया की ग्रोथ रुक जाती है। जब बैक्टीरिया की ग्रोथ रुक जाने से बैक्टीरिया की मृत्यु हो जाती है। Amoxicillin 1958 मे पेटेंट हुई थी। और इसका मेडिकल उपयोग 1972 से सुरू हुआ था और तभी से आज तक इसका उपयोग हो रहा है।
Amoxicillin Antibiotic के लाभ । Amoxicillin Antibiotic Benefits in Hindi:-
Amoxicillin Antibiotic को उपयोग करने के तरीके । Amoxicillin Antibiotic Uses in Hindi:-
Amoxicillin Antibiotic इन बिमारियों के इलाज में काम आती है –
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial infection):- जब हमारी बॉडी मे कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन लग जाता है, तो उस बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- कान इन्फेक्शन (Ear infection):- अगर किसी पेसेन्ट को कान मे इन्फेक्शन हो गया है, तो उस इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- मेनिन्जाइटिस (Meningitis):- इस दवा का प्रयोग मेनिन्जाइटिस के इलाज मे भी किया जाता है। मतलब हमारे ब्रेन मे या स्पाइनल कॉर्ड की ऊपरी मेम्ब्रेन मे सूजन आ जाती है। तो उसे ठीक करने के लिए डॉक्टर द्वारा इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- चेहरे की सूजन (Sweiling on Face):- अगर किसी को चेहरे पर इन्फेक्शन हो गया है या चेहरे पर सूजन आ गई हो, तो उस सूजन को काम करने के लिए भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- रेसपिरेट्री ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Respiratory tract infection):- अगर किसी पेसेन्ट को रेसपिरेट्री ट्रैक्ट मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, जिसमे पेसेन्ट को गले मे इन्फेक्शन हो गया है या स्वास नली मे इन्फेक्शन हो गया है, या लंग्स मे इन्फेक्शन हो गया है तो एसी स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Urinary tract infection):- अगर किसी पेसेन्ट को किड्नी से रेयलेटेड कोई इन्फेक्शन हो जाए जैसे, यूरिनरी ट्रैक्ट मे इन्फेक्शन हो जाए जिस कारण पेसेन्ट को पेशाब मे जलन होती है, पेशाब मे दर्द होता है, पेशाब मे पस आने लगता है, तो एसी कन्डिशन को ठीक करने के लिए डॉक्टर द्वारा इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- एन्डोकाडाइटीस (Endocarditis):- अगर किसी पेसेन्ट को हार्ट की आंतरिक दीवार पर सूजन आ गई है, तो उसे ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- त्वचा और कोमल ऊतक संक्रमण (Skin And Soft Tissue Infections) :- अगर स्किन मे किसी प्रकार का इन्फेक्शन हो जाए या सूजन आ जाए या घाव बन जाए तो उस घाव को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- पेट मे छाले (Peptic Ulcer):- अगर किसी पेसेन्ट को पेट मे किसी प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाए या पेट मे छाले पड़ जाए तो येसी स्थिति मे भी Amoxicillin का प्रयोग किया जाता है।
- साइन्साइटीस (Sinusitis):- अगर किसी पेसेन्ट को नाक की आंतरिक दीवार पर बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण सूजन आ जाती है। जिसे हम साइन्साइटीस (Sinusitis) कहते है, तो उसे ठीक करने ले लिए डॉक्टर द्वारा इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- गले मे इन्फेक्शन (Throat Infection):- अगर किसी पेसेन्ट को गले मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, जिस करना पेसेन्ट क गले मे दर्द रहता है, गले मे सूजन आ जाती है, गले मे छाले पड जाते है, गल बैठ जाता है तो एसी स्थितियों को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- हड्डियों का इन्फेक्शन (Bone infection):- अगर किसी पेसेन्ट को हड्डियों मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया है, या जॉइंट्स मे इन्फेक्शन हो गया है। जिस कारण पेसेन्ट को जॉइंट्स मे दर्द रहता है, हड्डियों मे सूजन आ जाती है तो इस कन्डिशन को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- मुह मे इन्फेक्शन (Mouth Infection):-अगर किसी पेसेन्ट मुह मे इन्फेक्शन हो गया है। मुह मे छाले बन गए है, तो उसे ठीक करने ले लिए डॉक्टर द्वारा इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- सुजाक (Gonorrhoea):- अगर किसी पेसेन्ट सुजाक नाम की बीमारी हो गई है, जो एक योन संचारित बीमारी है, जो महिला तथा पुरुस दोनों को होती है, तो इस बीमारी को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- बैक्टीरियल वेजनोसिस(Bacterial Vaginosis):- अगर किसी पेसेन्ट को बैक्टीरियल वेजनोसिस हो गया है, जिसमे महिला की योनि मे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाता है। तो एसी स्थिति को ठीक करने के लिए इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
- चूहे का काटना:- अगर किसी व्यक्ति को चुहे ने काट लिया है, तो एसी स्थिति मे भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है।
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Amoxicillin Antibiotic की खुराक । Amoxicillin Antibiotic Dosage in Hindi:-
Amoxicillin Antibiotic के इस्तेमाल करने के तरीके । How to Take Amoxicillin Antibiotic in Hindi
Amoxicillin antibiotic कितनी मात्र मे देनी होती है, अब हम जानेंगे इसके डोसेज के बारे मे। ये बहुत ही इम्पोटेंट पार्ट है। क्योंकि दवाई पेसेन्ट के वैट के अनुसार देनी होती है।
- Amoxicillin antibiotic लगभग 20-40/kg/प्रतिदिन दवाई पूरे दिन मे देनी होती है, और पूरे दिन की दवा को भी अलग अलग भागों बाटना होता है। वैट के अनुसार दवाई को बच्चों मे बड़ो मे और बुड़ो मे अलग अलग बटना पड़ता है।
- अगर किसी बच्चे का वैट 10 kg तो उसको 400mg दवा दे सकते है और इस डोज को अलग अलग भागों मे बांटना होता है। 200mg सुबह और 200mg साम को दे सकते है।
- किसी का वैट 20 kg है, तो पूरे दिन मे 800mg दे सकते है। और और इस डोज को अलग अलग भाग मे बांटना होता है। 250mg + 250mg +250mg येसे करके दिन मे तीन बार दे सकते है।
- अगर किसी का वैट 40kg है या फिर उससे ज्यादा है, तो उसे1500mg पूरे दिन मे दे सकते है। और इस डोज को अलग अलग भागों मे बांटना होता है। 500mg + 500mg + 500mg दिन मे तीन बारे दे सकते है।
- इस तरह amoxicillin की डोज को दिया जाता है और पेसेन्ट की कन्डिशन के अनुसार डोज को घटा और बाद भी सकते है।
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Amoxicillin के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स । Amoxicillin Side Effects in Hindi
अगर हम Amoxicillin Antibiotic के नुकसान और दुष्प्रभाव की बात करे, जिस दवा की इफेक्टस होती है, उस दवा की साइड इफेक्टस भी होती है, लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है, की ये साइड इफेक्टस हर किसी को नहीं होती है, जिस व्यक्ति को पर्टिक्युलर मोलिक्यूर से सिन्सिटिविटी होती है, उसे ही साइड इफेक्टस होती है और Amoxicillin Antibiotic के भी कुछ साइड इफेक्टस देखे गए है, जो रिसर्च के आधार पे Amoxicillin Antibiotic के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं –
- किसी किसी पेसेन्ट को दस्त लग सकतीं है।
- किसी किसी पेसेन्ट को मतली या उलटी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को कानों मे अवाज आना जैसे लक्षण हो सकते है।
- किसी किसी पेसेन्ट को को चक्कर आ सकते है।
- लाल रक्त कणिकाओ की कमी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को खुजली होने लगती है।
- किसी किसी पेसेन्ट का मुह का स्वाद चेंज हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को बदन दर्द हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को गले मे सूजन आ जाती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को पेट मे मरोड़ हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को त्वचा पर लाल चकत्ते हो सकते है।
- किसी किसी पेसेन्ट के दांत झड़ने लग सकते है।
- किसी किसी पेसेन्ट नींद मे कमी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को एलर्जी हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को मुह मे सूजन आ सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को थकान हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को एनीमिया हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को चिंता हो सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को मुह मे सूजन आ सकती है।
- किसी किसी पेसेन्ट को सिर मे दर्द हो सकता है।
- किसी किसी पेसेन्ट को लिवर मे सूजन आ सकती है।
अगर ये दवा लेने के बाद आपको इनमे से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करे जिससे आपको सही ट्रीटमेंट दिया जा सके।
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Amoxicillin Antibiotic लेंने की सावधानीयाँ । Amoxicillin Antibiotic Contraindications in Hindi :-
Amoxicillin Antibiotic लेने से पहले कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखना बहुत जरूरी है, जो निम्नलिखित है –
- Amoxicillin Antibiotic के प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
- अगर किसी पेसेन्ट को सुगर की बीमारी है, तो ये दवा न ले।
- अगर किसी पेसेन्ट को किडनी से संबंधित बीमारी है, तो ये दवा न ले।
- अगर किसी पेसेन्ट को दमा की बीमारी है, तो आप ये दवा न ले।
- इनके अलावा अगर आपके डॉक्टर उपयोग करना चाहे तो कर सकते है।
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Amoxicillin Antibiotic की अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां:-
Amoxicillin Antibiotic की खुराक छूट गई है, तो क्या करे?
अगर कोई खुराक भूल जाने के करने छूट जाती है और फिर बाद मे याद आती है, तो उस खुराक को तुरंत ले लेना चाहिए और ध्यान रहे की अगली खुराक का समय तो नहीं हो गया है। अगर अगली खुराक का समय हो गया है, तो वो छुटी हुई खुराक को छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर की सलाह से खुराक का शिड्यूल फिर से शुरू करे। अपनी खुराक को समय पर लेने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है-
- डॉक्टर द्वारा दी गई खुराक के शिड्यूल को अच्छे से याद कर ले।
- खुराक के समय का अलार्म लगा सकते है।
- अपने परिवार की सदस्य याद दिलाने को कह सकते है।
- खुराक का टाइम टेबल बना कर एक एसी जगह चिपका दे, जहा पर वो ज्यादातर नजर मे आता रहे।
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Note:- छूटी हुई खुराक की भरपाई करने के लिए ज्यादा दवाई का सेवन ना करे और अगर खुराक छूट गई है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
Amoxicillin Antibiotic का संग्रहण कैसे करे?
- Amoxicillin Antibiotic को अधिक गर्मी, अधिक तापमान और सीधी रोशनी से दूर रखे।
- मेडिसन को फ्रीज़ मे ना रखे अगर Amoxicillin Antibiotic के पैकेट के अंदर कोई निर्देश दिया गया है, जैसे दवा को इतने तापमान पर रखे, दवा को फ्रीज़ मे रखे येसे निर्देश हो तो उनका पालन करे।
- दवा को पालतू जानवरों और बच्चों की पहुच से दूर रखना चाहिए।
- दवा को नाली या शौचालय मे ना बहाए।
- दवा को येसे ही किसी जगह पर ना फेंके।
आज हमने जाना Amoxicillin Antibiotic के बारे, Amoxicilin Penicillin ग्रुप की दवा है। और यह दवा कई सारी बीमारियों के इलाज मे उपयोग मे लाई जाती है। जैसे- यूरिनरी इन्फेक्शन, कान के इन्फेक्शन, गले के इन्फेक्शन, और यह दवा घाव को ठीक करने के लिय ज़्यादतर उपयोग मे लि जाती है। और इसके अलावा इस दवा के साइड इफेक्ट, और कितनी डोज दी जाती है, इन सब के बारे मे हमने इस आर्टिकल Amoxicillin Antibiotic in Hindi मे जाना। और उम्मीद है ,आपको यह आर्टिकल से जानकारी मिली होगी। अगर आपको यह जानकारी आपको अच्छी लगी है , तो आप अपने दोस्तों को भी शेयर करो।
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